Wednesday, 20 May 2020 11:11
G.A Siddiqui
शव को पोस्टमार्टम की आयी बात तो प्रधान प्रतिनिधि सहित परिजन व गांव के लोग इससे मना कर दिये
शैलेन्द्र पंडित
बांसी। थाना कोतवाली बांसी क्षेत्र के एक गांव में मुम्बई से आये एक युवक का क्वारेंन्टाइन सेंटर पर हालत बिगडी़ । जिसे आनन-फानन में घर ले जाया गया जहां घर पर उसकी मौत हो गई। ग्राम पंचायत तुरसिया टोला डढिया निवासी लवकुश पुत्र सुन्नर (20) जो मुम्बई रह रहा था। कोरोना महामारी फैलने से आहत होकर बीते 15 मई को घर पहुंचा तो प्रधान प्रतिनिधि व गांव की आशा ने विभागीय सूचना देते हुए गांव के एस.आर.बी.एजुकेशन पब्लिक स्कूल पर क्वारेंन्टाइन हेतु कर दिये। मंगलवार की रात करीब 10 बजे स्कूल में लवकुश टहल रहा था, इसी बीच चक्कर आ गया और गिर पडा़। फिर मुंह से झाग निकलने लगा। तो स्कूल पर रह रहे लोग इसकी सूचना उसके घर वालों को दिये।उसके बाद मृतक के पिता घर ले आये। रात में उसकी हालत और खराब हो गयी जिससे मंगलवार की रात में 11 बजे के करीब उसकी मौत हो गयी। गांव वालों के सूचना पर सीएचसी तिलौली की स्वास्थ्य टीम व कोतवाली से सिपाही सत्यदेव कुमार व दयाशंकर मौके पर पहुंच कर परिजन से पूंछतांछ किये तो पता चला कि इसे मिर्गी की बीमारी था। जिसका इलाज एक वर्ष से चल रहा था, लाँकडाउन के कारण दवा नहीं ला पाया। बात जब शव को पोस्टमार्टम की आयी तो प्रधान प्रतिनिधि सहित परिजन व गांव के लोग इससे मना कर दिये। सीएचसी अधीक्षक डा. बृजेश शुक्ला गांव वालों से पंचनामा करवा कर शव को दफनाने के लिए छोड़ दिये। मौके पर कुशल टण्डन,आशा संगिनी सुनीता दूबे,आशा कार्यकर्ता उर्मिला देवी, प्रधान प्रतिनिधि बृजेश चौधरी मौजूद रहें। डॉ. बीके सिंह ने परिवार के9 सदस्यों को सेंपलिंग की।