Sunday, 24 May 2020 10:25
G.A Siddiqui
सिद्धार्थनगर जनपद के लोकमानस में हरिशंकर जी के नाम से सुप्रसिद्ध पत्रकार स्वर्गीय हरिशंकर श्रीवास्तव
शैलेन्द्र पंडित
बांसी। उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के कई वर्षों तक जिला अध्यक्ष एवं संरक्षक रहे इनका जन्म 1948 ईस्वी को तहसील बांसी, के वर्तमान नगरपालिका परिषद बांसी के अकबरनगर मोहल्ले में हुआ था, शिक्षा, दीक्षा के उपरांत आपकी रुचि लेखन कार्य में हुई और सर्वप्रथम दैनिक समाचार पत्र "तरुण भारत" में लेखन कार्य करना प्रारंभ किया उसके पश्चात उन्होंने "जनमोर्चा" व "आज" समाचार पत्र से जुड़कर लेखन कार्य व अनेक सामाजिक कार्य किये, तत्पश्चात 1972 ईस्वी में दैनिक जागरण समाचार पत्र से जुड़कर समाज सेवा करते रहे और मृत्युपर्यंत सम्मानित समाचार पत्र दैनिक जागरण से जुड़े रहे इसके साथ ही साथ आप तिलक इंटरमीडिएट कॉलेज बांसी में एक सफल शिक्षक के रूप में भी कार्य करते रहें। व्यक्तिगत जीवन की त्रासदियों के बावजूद आपका व्यक्तित्व जीवंत और हंसमुख था, वे एक निर्भीक, निष्पक्ष और मौलिक पत्रकारिता के पक्षधर रहें, तथा हमेशा अपनी कलम के माध्यम से समाज को एकता के सूत्र में जोड़ने का कार्य किया, पत्रकार होने के साथ ही साथ वें एक अच्छे कवि, वक्ता, शिक्षक एवं एक कुशल संचालनकर्ता थे उनके संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को बोरियत नहीं होती थी, स्थानीय अवसर पर किसी भी सामाजिक समारोह चाहे वह बांसी माघ मेला का उद्घाटन समारोह हो या किसी बड़े अधिकारी का आगमन अथवा कवि सम्मेलन व मुशायरा हो या जनपद का प्रसिद्ध कपिलवस्तु महोत्सव हर स्थान पर स्वर्गीय हरिशंकर श्रीवास्तव की एक अपनी अलग पहचान थी, नाटे कद के हास्य रंग में रंगा हुआ व्यक्तित्व था, इनके साफ-सुथरे छवि एवं उत्कृष्ट व्यक्तित्व के कारण आम जनता, शिक्षक, कवि, पत्रकार, नेतागण व अधिकारीगण आप से हमेशा प्रसन्न रहते थे परंतु 22 मई 2001 को कलम के सिपाही हरिशंकर श्रीवास्तव के कलम, सामाजिक गतिविधियां,कविताएं, ठहाके, चुटकुले हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गए,और रह गई बस उनकी यादें !!!