Sunday, 13 September 2020 7:50
G.A Siddiqui
वाजिद अली शाह 40 वर्षों से लोगों को पढ़ा रहे हैं अखबार
60 वें बसंत में भी जवानी सी फुर्ती आज भी है बरकरार
भोर में ही रोडवेज पहुंचकर बांटने पहुंच जाते हैं अखबार
शैलेंद्र पंडित
बांसी।अखबार की दुनिया का जब नाम आएगा तो निश्चित तौर पर सिद्धार्थनगर जनपद की सबसे पुरानी तहसील बांसी में वाजिद अली शाह का नाम जरूर लिया जाएगा। वाजिद अली शाह ने 1974 से अखबार वितरण की सेवा शुरू की जो अनवरत आज ही 40 वर्षों से करते चले आ रहे हैं, नगर पालिका क्षेत्र बांसी के राप्ती नगर मोहल्ला निवासी वाजिद अली शाह अखबार के स्टाल पर सुबह 3:00 बजे पहुंचकर हॉकरों में अखबार का वितरण प्रतिदिन की भांति आज भी कर रहे हैं, उन्होंने इस संबंध में बातचीत के दौरान बताया अब तो अखबार ही मेरी दुनिया बन चुकी है दैनिक जागरण, अमर उजाला, हिंदुस्तान, आज, राष्ट्रीय सहारा आदि समाचार पत्रों का वितरण उनकी दिनचर्या से शुरू होती है अपने सभी बच्चों की शादी कर चुका हूं। न जाने कितने राजनीतिक उतार चढ़ाव देख चुके वाजिद ने जब से होश संभाला कांग्रेश पार्टी के होकर रह गए और आज भी कांग्रेस पार्टी का झंडा बुलंद कर रहे हैं, उनसे पूछे जाने पर अन्य राजनीतिक दलों में क्यों नहीं गए तो उन्होंने जवाब दिया कांग्रेस ही वह राजनीतिक दल है जिसने आजादी की लड़ाई भी लड़ी और आमजन की भी लड़ाई लड़ा और तो और आज ही संघर्ष कर रही है कि आमजन खुशहाल रह सके। उन्होंने बताया समाचार पत्र लोगों को पढ़ाने से एक अलग ही आनंद आता है जिंदगी की शुरुआत यहीं से हुई और अब मौत के बाद ही अखबार से छुटकारा मिलेगा। रोडवेज पर पानी की दुकान चलाने वाले रामाज्ञा ने बताया जब से मैंने दुकान खोला वाजिद भाई को अखबार बेचते देखा, मुझे कम से कम 45 वर्षों पान की दुकान चलाते हो गया है, 60 वें बसंत में जवानी की वही कुर्ती व ताजगी आज भी उसी तरह बरकरार है।