Monday, 05 October 2020 4:38
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शैलेन्द्र पंडित
बंदी के बाद आगे की रणनीति प्रदेश एसोसिएशन तय करेगा: संतोष मिश्रा
अपनी मांगों को लेकर आर पार की लड़ाई संगठित होकर लड़ना होगा: जिला अध्यक्ष
बांसी। ऑल यूपी स्टाम्प वेंडर एसोसिएशन के बैनर तले एक दिवसीय बंदी बांसी में भी स्टाम्प वेंडरों ने कर पूरी तरह सफल बनाया। इस संबंध में एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष मिश्रा ने बताया बंदी तो आज पूरी तरह सफल रही है बंदी के बाद आगे की रणनीति प्रदेश एसोसिएशन तय करेगी। उन्होंने बताया एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता एवं प्रदेश महामंत्री फूलचंद सोनकर द्वारा 2 अक्टूबर 2020 से प्रदेश कार्यालय तहसील बिंदकी जनपद फतेहपुर से पदयात्रा कर आज 5 अक्टूबर को आयुक्त महोदय के कार्यालय में उपस्थित होकर प्रदेश के 45000 स्टांप वेण्डर्स की विभिन्न समस्याओं को निस्तारित करने हेतु पत्र सौंपा। इस दौरान 10 सूत्रीय समस्याओं पर आयुक्त महोदय के सामने विस्तृत प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया प्रदेश सरकार ने महत्वकांक्षी योजना फिजिकल स्टांप को चरणबद्ध तरीके से ई-स्टांप विक्रेता भी करने की व्यवस्था दी जिस पर ई-स्टांप विक्रेता ने इस पर काम भी किया। इस बाबत 2500 स्टाम्प वेण्डर्स द्वारा प्राधिकृत संग्रह केंद्र के माध्यम से ई-स्टांप का विक्रय कर प्रदेश के राजस्व में अपना योगदान प्रारंभ कर कर दिया है। लेकिन कुछ समस्याओं को लेकर विक्रेता बहुत परेशान है। प्रदेश में लगभग 5000 से अधिक एसीसी फार्म होल्डिंग कारपोरेशन के विभिन्न कार्यालयों में छोटी-छोटी कमियों के आधार पर लंबित है आपके समक्ष अप्रूवल हेतु प्रेषित नहीं किए जा रहे हैं जिससे स्टांप वेंडर्स में स्टाक होल्डिंग कारपोरेशन के विरुद्ध असंतोष व्याप्त है। इसी तरह शासनादेश में वर्णित व्यवस्था के अनुक्रम में एसीसी हेतु चयनित स्टांप वेंण्डर्स का कोई प्रशिक्षण स्टॉक होल्डिंग कारपोरेशन द्वारा नहीं कराया जा रहा है। स्टॉक होल्डिंग कारपोरेशन द्वारा वेंण्डर्स की समस्याओं को हल करने हेतु कोई टोल फ्री/शिकायत हेल्पलाइन नंबर भी जारी नहीं किया गया है। जिससे स्टाम्प वेंण्डर्स की समस्याएं निस्तारित नहीं हो पाती हैं। प्रातः 9:00 से रात्रि 9:00 बजे तक टेक्निकल सपोर्ट कारपोरेशन द्वारा स्टांप वेंडर को दिया जाना आवश्यक है। स्टांप वेंडरों द्वारा स्टांप जनरेट करने हेतु जो धनराशि कारपोरेशन में हस्तांतरित की जाती है उसका विवरण सॉफ्टवेयर में कई घंटों बाद अपडेट होता है। ई- बिक्री की प्रक्रिया जटिल है। बिक्री प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक बनाया जाना आवश्यक है जिससे राजस्व क्षति को रोका जा सके। स्टाम्प वेंडरों की करोड़ों की धनराशि कारपोरेशन के खाते में डंप रहती है जिस पर किसी प्रकार का ब्याज देय नहीं है एवं वापसी की भी कोई प्रक्रिया नहीं है। स्टाम्प वेंडरों की धनराशि की सुरक्षा की कोई गारंटी कारपोरेशन द्वारा नहीं दी गई है। इसी तरह की अन्य समस्याओं का निराकरण शीघ्र हो जाए तो स्टांप वेंडर राजस्व बढ़ाने में अपनी महती भूमिका निभा सकता है। एसोसिएशन के सिद्धार्थनगर जनपद के जिला अध्यक्ष संतोष अग्रहरि ने कहा अपनी मांगों को लेकर हमें आर पार की लड़ाई संगठित होकर ही लड़ना है तभी हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं।