Saturday, 31 October 2020 8:36
G.A Siddiqui
अरसद खान
सिद्धार्थनगर। पूर्वांचल के किसानों को अब सिंचाई की झंझट से दो चार नही होना पड़ेगा, और किसानों की भूमि को मूल्यांकन से चार गुना मुआवजा दिया जायेगा। सरयू नहर परियोजना पूर्वांचल के किसानों को लाभान्वित करेगी। किसानों की खुशहाली और सिंचाई जल संसाधन को बढ़ावा देने के लिए सरयू परियोजना के अंतर्गत निर्माण हो रहे नहर का कार्य जल्द पूरा कर लिया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव टी बैंकटेश के जनपद आगमन पर सरयू परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन नहर के कार्यों का निरीक्षण किया गया। स्थलीय निरीक्षण के दौरान वास्तविक स्थिति से रूबरू हुए। उन्होंने बताया कि परियोजना के कार्य हेतु किसानों से आपसी सहमति के आधार पर भूमि का क्रय चार गुना मुआवजा देकर किया जा रहा है।
जिलाधिकारी दीपक मीणा, पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी और सिंचाई एवं जल संसाधन के प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) विनोद कुमार, सरयू परियोजना-2, के मुख्य अभियन्ता राकेश कुमार एवं अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई और स्थलीय निरीक्षण किया गया। कतिपय स्थानो पर कृषको के आपसी विवाद, हिस्साकसी में विषमता, वनभूमि आदि कारणो से भूमि का क्रय संभव नही हो पा रहा है, के सम्बंध में अवगत कराया गया।
इस दौरान श्री बैंकटेश ने बताया कि परियोजना एक राष्ट्रीय परियोजना है जो प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह परियोजना उ0प्र0 के पूर्वाचल के जिलो को लाभान्वित करेगी। मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विषेष रूचि लेकर इस परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने हेतु दृढ संकल्पित है। अतः भूमि लेने में प्रषासकीय अधिकारियों के सहयोग से उनकी रूची जागृत करने हेतु अपर मुख्य सचिव एवं जिलाधिकारी द्वारा एवं अन्य जनपदीय अधिकारी से वार्ता की है। उन्होंने बताया कि यह कार्य मार्च 2021 तक पूर्ण करवाया जाना प्राथमिकता में है एवं इस परियोजना कार्य की समीक्षा प्रधानमंत्री के स्तर पर भी की जा रही है।
इस बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) सीताराम गुप्ता, उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ अनिल कुमार, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी उमेश चन्द्र निगम तथा अन्य संबधित अधिकारी उपस्थित थे।