Thursday, 07 January 2021 2.25pm
Nawaz Shearwani
गोरखपुर में शत्रु संपत्तियों से हटेगा कब्जा* करीब तीन साल पहले केंद्र ने शत्रु संपत्तियों को नीलाम करने का फैसला किया था। 2017 में जिले में सर्वे कर इससे जुड़ी जानकारी राजस्व परिषद को भेजी गई थी। उस समय 16 शत्रु संपत्तियां चिह्नित की गई थीं। इनका क्षेत्रफल करीब 21.96 एकड़ है। प्रशासन जिले में शत्रु संपत्तियों को चिह्नित कर कब्जा खाली कराने जा रहा है। जिले के 10 गांवों में इस तरह की करीब 100 करोड़ मूल्य की संपत्तियां हैं। -अब तक 16 शत्रु संपतियां चिह्नित करीब तीन साल पहले केंद्र ने शत्रु संपत्तियों को नीलाम करने का फैसला किया था। 2017 में जिले में सर्वे कर इससे जुड़ी जानकारी राजस्व परिषद को भेजी गई थी। उस समय 16 शत्रु संपत्तियां चिह्नित की गई थीं। इनका क्षेत्रफल करीब 21.96 एकड़ है और अधिकतर आवासीय हैं। इन संपत्तियों पर केस भी चल रहा है। अधिकतर संपत्तियां सदर तहसील क्षेत्र में हैं। -क्या होती है शत्रु संपत्ति देश के विभाजन के समय व 1962, 1965, 1971 के युद्धों के बीच देश छोड़कर जाने वाले लोगों की संपत्तियों को शत्रु संपत्ति कहा जाता है। 1947 से 1965 तक 16 परिवारों के लोग पाकिस्तान चले गए थे। उनकी संपत्ति का कोई वारिस नहीं है। कुछ संपत्तियों पर लोगों का कब्जा है। संपत्तियों का नए सिरे से ब्यौरा जुटाने के बाद काबिज लोगों से या तो खाली कराया जाएगा या उसका किराया लिया जाएगा। जो संपत्तियां खाली होंगी, उन्हें नीलाम किया जाएगा। -2017 के सर्वे के अनुसार यहां हैं शत्रु संपत्तियां निजामपुर में 0.25 एकड़ में वाणिज्यिक भवन, सदर क्षेत्र में 0.32 एकड़ भूमि, सदर क्षेत्र में 0.75 एकड़ आवासीय भवन, इलाहीबाग क्षेत्र में 0.41 एकड़ आवासीय भवन, मोहद्दीपुर में 0.275 एकड़ वाणिज्यिक भवन, घासीकटरा में 0.73 एकड़ आवासीय भवन, घासीकटरा में आवासीय भवन, इलाहीबाग में 0.57 एकड़ आवासीय भवन, नयागांव में 0.32 एकड़ जमीन, तुर्कवलिया 1.822 एकड़ भूमि, पिपराइच 0.325 एकड़ आवासीय भवन, पिपराइच में 0.26 एकड़ आवासीय परिसर, पिपराइच में 1.22 एकड़ आवासीय परिसर, पिपराइच में 0.04 एकड़ आवासीय परिसर, बांसगांव में 0.72 एकड़ भूमि और करमहा बुजुर्ग में 9.7 एकड़ भूमि है।