Friday, 15 January 2021 8.45pm
Nawaz Shearwani
सर्द हवाओं के बीच अंधेरे में पहुंचा रहे मदद
गोरखपुर। मौसम सर्द है। कपकपाती हवाएं बदन पर नश्तर सी चुभ रही हैं। सड़क किनारे जिंदगी गुजारने वालों के लिए सर्दी किसी जंग से कम नहीं है। इस जंग में उनके मददगार बन रहे हैं ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के कुछ नौज़वान। जिनकी उम्र महज 20 से 25 साल के बीच है। जो अंधेरे में रात 10 से 1 बजे के बीच जरूरतमंदों में मदद पहुंचा रहे हैं। जब सारी दुनिया चैन से बिस्तर के आगोश में सो रही होती है तो यह युवा जरूरतमंदों में खाने पीने का सामान पहुंचा रहे होते हैं और सर्दी से लड़ने के लिए कम्बल भी।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के समीर अली, हाफिज मोहम्मद अमन, हाफिज मोहम्मद आमिर हुसैन निज़ामी, हाफिज मोहम्मद शारिक, मोहम्मद समीर, मोहम्मद फ़ुजैल, मोहम्मद अज़ीम, मोहम्मद ज़ैद, मोहम्मद रियाज़ ने मदद की मुहीम गोरखपुर रेलवे स्टेशन, गोरखनाथ पुल, जुबली चौक, बैंक रोड, धर्मशाला, विजय चौराहा आदि जगहों पर चलाई हुई है। अब तक रात के अंधेरे में 70 जरूरतमंदों में खाना पानी व 70 के करीब बेहतरीन किस्म का कम्बल बांट चुके हैं। सर्दी में यह मुहीम इसी तरह जारी रहेगी।
फाउंडेशन के जिला महासचिव हाफिज मो. अमन ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन पूरे देश में ग़रीबों के आंसुओं को मुस्कुराहट में बदलने की कोशिश कर रहा है।जनवरी की सर्दी, ऊपर से सरसराती हुई ठंडी हवा और अपने इलाक़े से दूर बहुत दूर जाकर ज़रूरतमंदों की मदद करने में एक अलग ही तरह का सुकून मिलता है। जिलाध्यक्ष समीर अली ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन देश में प्यार की गंगा बहाने और ख़िदमते ख़ल्क़ का काम कर रही है। जो आगे भी जारी रहेगा।