Thursday, 22 October 2020 7.10pm
Nawaz Shearwani
गोरखपुर-पैगंबर-ए-आज़म पूरी दुनिया के लिए रहनुमा
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गोरखपुर। जामा मस्जिद दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल में कारी बदरे आलम निज़ामी, यूट्यूब लाइव के नूरी नेटवर्क पर मौलाना कैसर रज़ा, हाफिज तसनीम रज़ा, मौलाना निज़ामुद्दीन, बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में मौलाना अली अहमद, बेलाल मस्जिद अलहदादपुर में कारी शराफत हुसैन ने 'महफिल-ए-मिलादुन्नबी' के तीसरे दिन बुधवार को कहा कि पैगंबर-ए-आज़म हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने गुलामी प्रथा का उन्मूलन किया। गुलामों को आज़ाद करने के लिए लोगों को उभारा। उन्हें समानता प्रदान की। पैगंबर-ए-आज़म ने महाजनी प्रथा को समाप्त कर दिया। सूद को वर्जित ठहराया, शोषण-चक्र को बिल्कुल रोक दिया और सामाजिक सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए। पैगंबर-ए-आज़म ने समाज से व्यभिचार, भ्रष्टाचार, कुरीतियों और अशंति को दूर किया। आपने शराब, जुआ और सट्टे पर प्रतिबंध लगाया। रातों-रात धनवान बनने की लालसा पर रोक लगायी। जमाख़ोरी, चोर-बाजारी, मिलावट, कम तौलना, झूठ बोलकर खराब माल बेचना इत्यादि को रोक दिया। पैगंबर-ए-आज़म ने ही फरमाया पेड़ लगाना भी एक प्रकार का सदका है। पैगंबर-ए-आज़म ने फ़रमाया जो शख्स पौधा लगाता है फिर उस पेड़ से जितना फल पैदा होता है अल्लाह फल की पैदावार के बक़द्र पौधा लगाने वाले के लिए नेकी लिख देता है। पैगंबर-ए-आज़म पूरी दुनिया के रहनुमा हैं। अंत में सलातो सलाम पढ़कर अमनो अमान की दुआ मांगी गई।