Monday, 03 April 2017 09:00 PM
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मुंबई। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर, टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर और आजकल कमेंट्री में व्यस्त रवि शास्त्री का कहना है कि इन दिनों आइसीसी के काफी सारे टूर्नामेंट होते जा रहे हैं इसलिए चैंपियंस ट्रॉफी को आयोजित करने का कोई कारण नजर नहीं आता। आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 1 जून 2017 से इंग्लैंड में शुरू होगी।
चैंपियंस ट्रॉफी के बारे में चर्चा करते हुए शास्त्री ने अपनी बेबाक राय रखी और कहा, 'अगर आप मुझसे पूछें तो अगले पांच सालों में 50 ओवर क्रिकेट बहुत कम ही बचेगा। बहुत सारे आइसीसी के टूर्नामेंट शुरू हो गए हैं। कौन से इवेंट (खेल) में इतने सारे विश्व चैंपियन होते हैं।'
शास्त्री का मानना है कि चैंपियंस ट्रॉफी की मौजूदगी की वजह से चार सालों में होने वाले आइसीसी क्रिकेट विश्व कप की अहमियत फीकी पड़ जाती है। शास्त्री ने कहा, 'मैं सड़क पर किसी से भी मिलता हूं तो सवाल पूछा जाता है कि कितना वर्ल्ड कप है यार..वर्ल्ड चैंपियन है कौन। यही असलियत है। चैंपियंस ट्रॉफी भी होता है और विश्व कप भी। आप विश्व कप की अहमियत खुद ही खत्म कर रहे हैं। विश्व कप, विश्व 20 और टेस्ट क्रिकेट। चैंपियंस ट्रॉफी की क्या जरूरत है? आप क्या साबित करना चाह रहे हैं? कौन याद रखता है? (कि किसने इसे पहले जीता था), अगर आप पिछले 10-12 विश्व कप के विजेता मुझसे पूछें तो मैं बता दूंगा लेकिन अगर आप पिछले तीन चैंपियंस ट्रॉफी के विजेता पूछें तो मुझे पता नहीं। पिछली बार इंग्लैंड में आयोजित हुई चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता बता दूंगा क्योंकि वहां भारत चैंपियन बना था।'
इसके अलावा शास्त्री ने आइपीएल की तारीफ की और कहा कि ये भारतीय क्रिकेट के घरेलू क्रिकेट सर्किट का हिस्सा बन चुका है अब और इससे युवा खिलाड़ियों को सीनियर भारतीय खिलाड़ियों और विदेशी खिलाड़ियों के साथ खेलने और सीखने का मौका भी मिलता है।