Sunday, 14 January 2018 2:30 pm
Nawaz Shearwani
मदरसा शिक्षा परिषद की लापरवाही
गोरखपुर, 14 जनवरी। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद् में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद् छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। अबकी लापरवाही कामिल परीक्षा में सामने आयी है। जुलाई 2017 में निकले रिजल्ट की मार्कशीट जनवरी 2018 में भेजी गई वह भी गलतियों से भरी हुई।
इस बार कामिल प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष परीक्षा की मार्कशीट में गंभीर त्रुटियां हुई है। तीन वर्षीय कामिल परीक्षा की हर वर्ष की मार्कशीट में प्रथम, द्वितीय व तृतीव श्रेणी से परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण किया गया है जबकि प्राविधान है कि तृतीय वर्ष में ओवरहाल प्रदर्शन के आधार पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी निश्चित किया जाता है। इस बार ओवरऑल प्रदर्शन को नजरअंदाज करते हुए कामिल तृतीय वर्ष में केवल तृतीय वर्ष के प्रदर्शन पर श्रेणी निश्चित किया गया है। वहीं इस बार कामिल प्रथम व द्वितीय वर्ष में भी प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण कर दिया गया। जबकि कामिल प्रथम व द्वितीय वर्ष में सिर्फ उत्तीर्ण व अनुत्तीर्ण करने का नियम है।
मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल व फाजिल परीक्षा वर्ष 2017 का रिजल्ट जुलाई में निकला। मार्कशीट भेजते-भेजते नया साल आ गया। जब रिजल्ट आया तो पूरी परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को अनुपस्थित दिखा दिया गया। इस समय मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू है। आखिरी तारीख चंद कदमों के फासले पर है। वहीं कामिल प्रथम व द्वितीय वर्ष की मार्कशीट अभी आयी है। मार्कशीट देखकर मदरसा संचालकों के होशफाख्ता हो गए, जब कामिल परीक्षा की प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष में प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी उत्तीर्ण लिखी मार्कशीट मिली। मदरसा संचालकों ने इसीलिए अभी तक मार्कशीट भी नहीं बांटी। अब इन्हीं मार्कशीटों के साथ परीक्षा फार्म भरा जाए या न भरा जाए सभी कशमकश में है। मार्कशीट में सुधार के लिए भी एक समय की दरकार है। जो परीक्षार्थियों के पास नहीं हैं। आवेदन की अंतिम तिथि करीब है अब इन्हीं मार्कशीटों के आधार कामिल द्वितीय व तृतीय वर्ष का आवेदन हो सकेगा।