Tuesday, 03 July 2018 9:45 pm
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शोहरतगढ़। बानगंगा नदी की जलधारा से बानगंगा रेल पुल से कुछ ही दूर महथागांव से सटकर बह रही नदी के कटान से रिंग बांध का काफी हिस्सा कटता हुआ देख मंगलवार को ग्रामीण भयभीत हो गए। कटान की सूचना ग्राम प्रधान ने बाढ
आपदा से जुडे अधिकारियों व कर्मचारियों को देते हुए कटान के उपाय की गुहार लगाई।
बाढ़ से बचाव को लेकर प्रदेश सरकार ने जिम्मेदार विभागों को 30 जून तक नदी के बंधों को दुरुस्त करने का फरमान जारी किया था। शासन से काम के सापेक्ष
कम बजट मिलने के कारण विभागीय अधिकारी जल्दबाजी में कार्य को कराने में लग गए। इस दौरान कार्य में हुई लापरवाही को भी जिम्मेदारों ने नजरअंदाज
किया। जिसका साफ असर पहली बार क्षेत्र में हुई जमकर बारिश में देखने को मिला। नदी के जलस्तर मंेे वृद्धि से कोई गांव प्रभावित नहीं हुआ, लेकिन बानगंगा नदी मंे जलस्तर सामान्य होने पर महथा रेलवे लाइन पुल से करीब सौ मीटर दूरी पर रिंग बांध पर हुई कटान देखकर ग्रामीण भयभीत है। पिछली बार आई बाढ़ के बाद इस रिंग बांध पर जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्य अभी तक नहीं करवाया गया। ऐसे में पहली वर्षा के बाद नदी में उफान आने के बाद जलस्तर
घटने पर फिर हो रही कटान को देख महथा गांव के लोेग सकते में है। बतातें चलें कि बानगंगा नदी के रिंग बांध के बगल में स्थित महथा गांव पर खतरे का संकट मंडरा रहा है। रिंग बांध पर तेजी से हुई कटान को देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल प्रधान मोहम्मद आसिम नैययर को दी। महथा गांव के उमेश कुमार, सोनू, धर्मेंद्र, विवेक निगम, इंद्रजीत विश्वकर्मा, रामचयन, रामवचन मल्लाह ने बताया कि जल्द ही कटान स्थल का मरम्मत जिम्मेदारों द्वारा नहीं कराया गया तो नेपाल के पहाडी नदियों से बानगंगा में आने वाली
बाढ़ से हमारे गांव को बचा पाना मुश्किल हो जाएगा। गांव के विवेक निगम, सुकई विश्वकर्मा, रामवचन सैनी व भगवान शंकर का मंदिर कटान के करीब है।
इससे इन पर सबसे अधिक खतरा बना हुआ है। इस संबंध मंे प्रधान मोहम्मद आसिम नैययर ने बताया कि महथा गांव के पश्चिम व रेलवे लाइन के दक्षिण नदी के रिंग बांध पर कटान तेजी से हुआ है। सुरक्षा के लिए बांस, रस्सी व पेड़ का झाला लगाया गया है। इस बांध पर मरम्मत कार्य अतिशीघ्र जरुरी है। नहीं तो बाढ़ आने पर पूरे गांव को तबाह होेने से बचा पाना मुमकीन नहीं होगा।
इस संबंध में बानगंगा ड्रेनेज खंड के अवर अभियंता इंजिनियर एमटी राय ने बताया कि यह रिंग बांध सिंचाई विभाग के अंतर्गत नहीं आता है। ग्रामपंचायत द्वारा रिंग बांध को बनाया गया है। इसकी सुरक्षाा की भी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है। दाकांत शुक्ल, रामजतन, भोलानाथ चैधरी, सरोज कुमार, इंसाफ अली, जौहर अली,अमरनाथ, श्रवन शुक्ल, नरेंद्र चैधरी, श्यामनरायन, दिनेश मौर्य, परमात्मा, जग्गू,धर्मेन्द्र जितेंद्र श्रीवास्तव, अरविंद चैबे, रामप्रसाद आदि मौजूद रहे।