Friday, 20 July 2018 12:00
G.A Siddiqui
दिल्ली 20 जुलाई। जिस देश में कुछ गरीबों मजदूरी 1400 रुपए मासिक से भी कम है, उस देश में यदि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर 1484 करोड़ रुपये खर्च हो जाएं तो जाहिर सी बात है कि चर्चा होगी. चर्चा न केवल देश का आम आदमी करेगा बल्कि विपक्ष तो इसे तिल का ताड बना देगी. बहरहाल विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की तैयारियों के बीच शायद इस खबर को भूल गया है. इसलिए फिलहाल कोई हंगामा नहीं बरपा है.
बाकी सोशल मीडिया पर मोदी की खूब खिंचाई हो रही है. खबर है कि जून 2014 के बाद से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की 84 देशों की यात्रा के दौरान चार्टर्ड उड़ानों, विमानों के रखरखाव और हॉटलाइन सुविधाओं पर 1,484 करोड़ रुपये खर्च हुआ है. यह ब्यौरा विदेश मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में प्रस्तुत किया है. हालांकि साथ में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं का उद्देश्य व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, विकास भागीदारी सहित विभिन्न क्षेत्रों में इन देशों के साथ परस्पर सूझबूझ बढ़ाना है.