Saturday, 19 November 2016 01:15 PM
Nawaz Shearwani
पडरौना, 19 नवम्बर। गोरखपुर से पडरौना होकर थावे सिवान जाने वाली रेल लाईन बडी ब्राड गेज हुई तो लोगों को लगा कि इस रूट से भी होकर मुम्बई व दिल्ली की एक्सप्रेस ट्रेन चलगी लेकिन यह सपना टूट चुका है। वर्षो बीत जाने के बाद एक भी एक्सप्रेस ट्रेन नियमित रूप से नही चलाई गयी जिसके कारण यात्रियों को परेशानी बनी हुई है।
इस रूट पर तीन तहसील व जिला मुख्यालय समेत बिहार के पश्चिम चम्पारण के चार ब्लाक हैं। इसमें सेवरही व पडरौना व्यावसायिक कस्बे हंै। यहां के व्यापारियों, मरीजों, छात्रों को नियमित रूप से गोरखपुर आने-जाने की जरूरत पड़ती है। सुबह जाने वाली सवारी गाडी 5507 पाटलीपुत्र से आती है जो हमेशा काफी देर से पडरौना पहुंचती है। रात में पडरौना स्टेशन पर जाकर इस टेन का इंतजार करना बहुत मुश्किल है। दूसरी सवारी गाडी 55075 गोरखपुर दस बजे के बाद पहॅुचाती है। इसके बाद सीधे रात में ट्रेन है। यह
टेन भी 80 किमी0 की दूरी तीन से चार घण्टा में तय करती है। एक्सप्रेस ट्रेन के नाम पर छपरा से लखनउ तक सप्ताह में दो दिन एक टेन चलती है। एक स्पेशल ट्रेन कटिहार से अमृृतसर तक के लिए भी है जो इधर से गुजरती है। तमकुही रोड व पडरौना के व्यवसायी पवन अग्रवाल, संजय, जायसवाल, अकबर अली , सुनील गुप्ता, मयंक ब्याहुत, आदित्य पाण्डेय, त्रिलोकी उपाध्याय की मांग है कि इस रेलमार्ग पर इंटरसिटी ट्रेन चलायी जाय।