Saturday, 16 December 2017 10:48
G.A Siddiqui
मुंबई। इसे अगर अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी कही जाए तो गलत नहीं होगा। फ्रॉड कंपनी ने 50 लाख लोगों को बेवकूफ बनाकर 7000 करोड़ रुपए ठग लिए। हम बात कर रहे हैं पैनकार्ड क्लब्स धोखाधड़ी मामले की, जिसमें कंपनी ने लोगों ने 7035 करोड़ रुपए ठग लिए। इस मामले में इकनॉमिक ऑफेंसेज विंग ने केस की जिम्मेदारी संभाल ली है और कंपनी के 6 निदेशकों पर केस दर्ज कर लिया है। कंपनी के इन 6 डायरेक्टरों के खिलाफ महाराष्ट्र प्रॉटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट ऑफ डिपॉजिटर्स की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
50 लाख लोगों को लगाया 7000 करोड़ को चूना,
पीसीएल कंपनी ने लोगों को हॉलिडे पैकेज के नाम पर खूब बेबवकूफ बनाया और लोगों को होटलों में ठहरने के नाम पर उनसे निवेश करवाए। कंपनी होटल में ठहरने की एक स्कीम लेकर आई थी। जिसमें लोगों को मेंबर बनाया जाता था। उन्हें मेंबरशिप देकर उनसे निवेश करने को कहती थी। कंपनी ने लोगों को रिटर्न का वादा किया था, लेकिन कंपनी अपने वादे पर खरी नहीं उतरी, जिसके बाद निवेशकों ने सेबी से शिकायत कर दी और मामले की जांच शुरू हो गई।
खुल गई पोल,
जांच शुरू होते ही कंपनी की पोल खुल गई। मामले की जांच कर रही सेबी ने फौरन कंपनी को ताला लगा दिया। सेबी ने कंपनी को फरमान जारी कर 3 महीने को भीतर निवेशकों के पैसे लौटाने को कहा। साथ कंपनी के निदेशकों को उन की संपत्ति बेचने से रोक लगा दी।
मध्यवर्गीय परिवार को किया टारगेट,
पीसीएल ने देशभर के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को ठगी का शिकार ब नाया। कंपनी के सबसे मुख्य टारगेट मध्यवर्गीय परिवार बने। कंपनी ने 50 लाख से ज्यादा लोगों को अपने स्कीम के तहत ठगा, लेकिन एक निवेशक की शिकायत पर उसकी पोल खुल गई। जिसके बाद सेबी ने पीसीएल को ताला लगा दिया और उसकी 34 संपत्तियों की कुर्की कर दी, कंपनी के 250 से ज्यादा बैंक खाते फ्रीज कर दिए।