Saturday, 12 May 2018 9:47
G.A Siddiqui
दिल्ली12 मई। सोमालिया में एक महिला को आतंकवादी संगठन अल शबाब के तुगलकी फरमानों का सामना करना पड़ा, अल शबाब की न्यायालय ने एक महिला को इसलिए पत्थर से मार-मार कर मौत के घाट उतारने का निर्णय सुना दिया, क्योंकि उसने 11 बार विवाह की थी। जो की इस्लाम के शरिया कानून के खिलाफ थी, अल शबाब इसी शरिया कानून का कट्टर समर्थक है।
सोमालिया की एक महिला शुकरी अब्दुलाही वारसेम को अल शबाब ने इसलिए इतनी कठोर सजा सुनाई, क्योंकि उसपर आरोप था कि उसके 11 पति हैं, लेकिन इनमे से किसी को भी उसने तलाक़ नहीं दिया है। दक्षिणी सबलाले शहर के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला को पहले गर्दन तक जिन्दा जमीन में गाड़ दिया गया, फिर उसके बाद उसपर बेरहमी से पत्थर बरसाए गए।व वो भी तब तक, जब तक वो लहूलुहान होकर मर नहीं गई।
अल-शबाब के गवर्नर मोहम्मद अबू ओसामा ने रॉयटर्स को बताया, ‘अब्दुलाही के 9 पति थे। उन सभी को न्यायालय में बुलाया गया व वे सभी कह रहे थे कि वह उनकी पत्नी है। ‘ उल्लेखनीय है कि इस्लाम के शरिया कानून के मुताबिक एक औरत का एक से ज्यादा पति होना गैरकानूनी है, जबकि पति ऐसा कर सकता है। वहीं, सोमालिया के बड़े हिस्से पर अल-शबाब के चरमपंथियों का कब्ज़ा है, जहाँ वे क्रूरता के साथ शरिया कानून का पालन करवाते हैं।