Wednesday, 12 December 2018 11:45 am
Chaudhary Adnan
जगदीशपुर, अमेठी जहां एक तरफ केंद्र व प्रदेश की सरकारें भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने की कवायद करती हैं वहीं अमेठी जिले में भ्रष्टाचार अपने चरम पर दिख रहा है सरकार गाँव के विकास के लिए चाहे जितनी योजनाएं चलाये लेकिन योजनाएं कमीशन की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसा ही एक मामला मुसाफिरखाना तहसील के अंतर्गत विकास खण्ड जगदीशपुर के ग्राम पंचायत खौपुर शेखपुर में देखने को मिला है। सरकार द्वारा निर्धारित मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए ग्राम सभा के विकास के लिए आए धन का बन्दर बाँट किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जब मामले की शिकायत सम्बन्धित अधिकारियों से की जाती है तो कार्यवाही के बजाय मामले को ठण्डे बस्ते में डाल कर रफादफा कर दिया जाता हैं।
मिली जानकारी के अनुसार विकासखण्ड जगदीशपुर के ग्राम खौपुर शेखपुर मे सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान की मिली भगत से हो रही है विकास कार्यो मे जमकर लूट घसूट मानक को ताक पर रखकर पीले ईटो व मानक के बिपरीत घटिया सामग्री से खडंजा व इज्जत घर का हो रहा है निर्माण,ग्रामीणो का कहना है कि जब इसका विरोध करते हैं तो प्रधान कहते है कि 30 प्रतिशत देना पडता है ऊपर के अधिकारियों को इसलिए मानक के हिसाब से काम कर पाना मुस्किल है अब देखना यह है कि जिले के आला अधिकारी इस मामले को संज्ञान मे लेते हैं या ठण्डे बस्ते मे डाल कर मामले को रफादफा कर देते हैं।
(साभार-राकेश मौर्य)