Monday, 09 September 2019 7.56pm
Nawaz Shearwani
*पूर्व पति के साथ मिलकर प्रेमिका ने की अपने प्रेमी की हत्या* *घटना के खुलासे से पहले ही पति ने फंदा लगाकर की आत्महत्या* *10 घंटे से भी कम समय में क्राइम ब्रांच ने किया घटना का खुलासा* गोरखपुर । मुहर्रम की दसवीं तारीख की रात जुलूस देखने के लिए अपने घर से निकला जहीन उर्फ़ मोनू पुत्र महताब आलम वापस अपने घर चिनगीशहीद तुर्कमानपुर नही पहुंचा। थाना राजघाट इलाके के रहने वाला ज़हीन अचानक से गायब हो गया था। घर वालों ने तमाम खोजबीन करने के बाद राजघाट थाने पर इसकी सूचना दिया। 12 सितम्बर को ज़हीन की गुमशुदगी दर्ज की गयी । दो दिन बीत जाने पर भी जब स्थानीय पुलिस ज़हीन का कोई पता नही लगा पायी और बात पुलिस कप्तान डॉ0 सुनील गुप्ता तक पहुंची तो उन्होंने गुमशुदा की तलाश में क्राइम ब्रांच को उतार दिया जिसकी कमान संभाली खुद सीओ क्राइम प्रवीण सिंह ने। इसके बाद सर्विलांस व सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से ज़हीन को तलाश किया जाने लगा। अंतिम लोकेशन के आधार पर सीसीटीवी फुटेज की क्राइम ब्रांच ने छानबीन शुरू किया जिसमें में दो संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए जिन को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया और फिर पांच दिनों से चल रहे इस खेल को क्राइम ब्रांच ने महज़ दस घण्टे से भी कम समय में खत्म करते हुए एज शानदार खुलासा कर दिया और गोरखपुर पुलिस के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करा दिया। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए सीओ क्राइम प्रवीण सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान संदिग्ध सुहेल पुत्र रहमत व गोलू ने बताया कि हम लोगों ने गुमशुदा जहीन को कयामुद्दीन के साथ मिलकर उसको जान से मार दिया और उसकी लाश को बर्फखाना के पास कब्रिस्तान में गाड़ दिया है। सुहेल व गोलू ने यह भी बताया कि गुमशुदा जहीन का संबंध कयामुद्दीन की पत्नी ज़ैनब से था जिसकी जानकारी होने पर कयामुद्दीन ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद पुनः दोनों में बातचीत होने लगी थी। इसके बाद कयामुद्दीन और जैनब ने अपने पारिवारिक जीवन को खराब करने का जिम्मेदार जहीन को मानते हुए उसको रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया और इसके लिए उन दोनों ने मुहर्र्म की दसवीं का दिन चुना। इसके बाद घटना को अंजाम देने के लिए क्यामुद्दीन ने अपनी पत्नी व दोस्त गोलू व सुहेल के साथ मिलकर मोहर्रम के दिन जहीन का काम तमाम कर दिया। कयामुद्दीन ने मोहर्रम के दसवीं को अपनी पत्नी से जहीन को मेवातीपुर में फोन कर बुलवाया और अपने साथी गोलू व सुहेल के साथ मिलकर जहीन को जान से मार दिया और उसकी लाश को कब्रिस्तान में ले जाकर गाड़ दिया। जब घटना का खुलासा हो गया तो क्राइम ब्रांच और राजघाट पुलिस ने मजिस्ट्रेट को साथ लेकर कब्रिस्तान पहुंचकर अभियुक्तों की निशानदेही पर जहीन की लाश को बरामद किया। इस मामले कि सबसे चौकानें वाली बात अभियुक्त क्यामुद्दीन का वारदात के अनावरण से पहले यानी रविवार की सुबह 10:00 बजे के करीब अपने घर के छत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेना रहा। इस सनसनीखेज घटना में शामिल रहे मृतक कयामुद्दीन की पत्नी ज़ैनब और उसके दोनों दोस्तों को राजघाट पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया गया है। वही दूसरी ओर तुर्कमानपुर में जहीन के घर के आसपास लोगों का हुजूम जुटा रहा और आस पास पसरे सन्नाटे को घर में मौजूद औरतों के रोने की आवाज़ें तोड़ती और फिर सन्नाटा हो जाता जबकि मृतक जहीन के बूढ़े माता-पिता टकटकी लगाए सवालिया नजरों से हर आने वाले लोगों को देख रहे थे।