Wednesday, 29 July 2020 8:00
G.A Siddiqui
शैलेन्द्र पंडित
बांसी, सिद्धार्थनगर। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा पहले शौचालय फिर देवालय की तर्ज पर योजना चलाकर हर घर मैं शौचालय का लक्ष्य रखा गया और इसके लिए बड़े पैमाने पर शासन द्वारा भारी भरकम सभी ग्राम पंचायतों को बजट भी उपलब्ध कराया गया परंतु सरकार की इस योजना को पलीता लगाते हुए अधिकांश गांवों के ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी शौचालय का पैसा हजम कर गए और कहीं दीवार तो कहीं गड्ढा बनाकर कोरमपूर्ति कर दिया गया।
ऐसा ही एक मामला विकास खंड बांसी के ग्राम पंचायत कदमहवा के टोला कुशलपुर का प्रकाश में आया है जहां के लाभार्थियों ने ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी पर शौचालय के नाम पर आया लाखों रुपया हजम करने और कागजी कोरम पूरा कर शौचालय निर्माण दिखाने का आरोप लगाया है। शौचालय लाभार्थी संगीता, राम ललित,सुधा, माधुरी, रामबरन आदि ने बताया है कि प्रधान ने प्रति शौचालय के लिए ₹2000 की डिमांड रखी थी जिसको ना देने के एवज में प्रधान द्वारा कहीं आधा अधूरा तो कहीं बिना शौचालय बनाए उसको कागज में पूरा दिखा दिया गया। जिसके लिए उक्त गांव के ग्रामीण रामबरन ने जिला अधिकारी दीपक मीणा को नोटरी शपथ पत्र देकर ग्राम पंचायत कदमहवा में कराये गये विकास कार्यों के जांच की मांग भी की है।