Wednesday, 16 December 2020 5:37
Abdullah Siddiqui
शैलेन्द्र पंडित
महीनों से मजदूरी का भी नहीं हुआ भुगतान।
मिठवल ब्लाक के तुरसिया का मामला: पांच माह से नही मिली मजदूरों को मजदूरी ।
बांसी। विकास क्षेत्र मिठ्वल के तुरसिया ग्राम पंचायत के सथवा मेंं बने अस्थायी गौशाला मेंं चारे का संकट गहरा गया है। चारे की कमी के चलते जहां पशुओं को भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है, वही गौशाला प्रबंधक भी चारे की कमी को लेकर परेशान हैं।
सरकार द्वारा दर- दर भटकने वाले छुट्टा पशुओं को एकत्र करने के लिए गौशाला का निर्माण भले ही करा दिया गया है,पर यहां उनके खाने के लिए चारे के लाले पडे़ हुए हैं। वर्तमान में सथवा स्थित गौशाला मेंं कुल-125 पशु हैं। जिनको खाने के लिए भूसा खत्म हो गया है। वहां पर काम कर रहे मजदूर जैश मोहम्मद, राम करन,संजय,जगवीर व रमजान ने बताया कि चार माह से इधर-उधर खेत से पुआल एकत्र करके किसी तरह गोवंशियों के चारे का इंतजाम किया गया था। परन्तु अब वह भी समाप्त हो गया है। अब और पुआल मिलेगा भी नहीं। गौशाला के मजदूरों का कहना है कि महीनों से हम लोगों की मजदूरी भी नहीं मिल पाई है।जिसके कारण हम लोगों के घर भी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। गौशाला संचालक बृजेश चौधरी ने बताया कि छ: माह से विभाग को धन के बावत सूचित करते आ रहे हैं।गौशाला के प्रबंध हेतु धन संबंधी समस्या से उपजिलाधिकारी बांसी को लिखित रूप अवगत कराया जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई रिस्पांस नही मिला।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि मेरे द्वारा गौशाला प्रबंधक द्वारा डिमांड की गई धनराशि के बावत पत्राचार द्वारा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को अवगत करा दिया गया है।
मुख्य पशु उपचिकित्साअधिकारी सिद्धार्थनगर ने बताया गौशाला प्रबंधक द्वारा डिमांड की गई धनराशि की पत्रावली आदेश हेतु जिलाधिकारी के यहां लगा दी गई है