Thursday, 07 January 2021 8:21
Admin
शैलेन्द्र पंडित
बांसी विकास मंच व प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर को वापस लाओ स्वाभिमान बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने सांसद सहित कई अधिकारियों को लिखा पत्र
बांसी।श्रीराम मूर्तिकार ऊर्फ रेल बाबा अध्यक्ष बांसी विकास मंच व प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर को वापस लाओ स्वाभिमान बचाओ संघर्ष समिति ने क्षेत्रीय सांसद व जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर, एसडीएम बांसी, पुरातत्व विभाग को रजिस्टर्ड डाक से पत्र लिखकर चिंता जताया है कि जनपद के बांसी तहसील अपने समय में प्राचीन व ऐतिहासिक तहसील रही है आज यहां की प्राचीन स्थल में कुछ तो जमींदोज हो चुके हैं तो शेष यही स्थिति रही तो लुप्त हो जायेंगे। जिला के नाम पर बांसी तहसील को पांच भागों में बांट कर क्षेत्र के युवाओं को बेरोजगार कर दिया। इसके पूर्व यह बांसी तहसील पूरा कछार होने के कारण अति गरीबी बेरोजगारी भूखमरी का मार झेलता चल आ रहा था,वहीं जो व्यवस्था सरकार से मिलना था वह आज तक नहीं मिला। सच तो यह है जिस बांसी तहसील क्षेत्र में प्राचीन व ऐतिहासिक-पुरातत्व महत्व के स्थल थे उसे समय सहेज व संजो कर रखा जाता तो आज यह क्षेत्र एक बेहतरीन पर्यटन स्थल का रूप लेता और इससे क्षेत्र की बेरोजगारी जहां दूर होती साथ ही रोजगार के तमाम रास्ते स्वमेव खुलते। तहसील क्षेत्र में महदेवा गांव में पोखरा व अशोक सम्राट स्थापित अशोक लाट जो वर्तमान में लखनऊ संग्रहालय में रखा है।धर्मसिंहवा में धम्स स्तूप आदि को पुन: लाकर रखा जाए धर्मसिंहवा बाजार का बौध्द धम्स स्तूप जो 2019 में जमींदोज को पुन: जीवित तथा बघौली बाजार क्षेत्र में जमींदोज भगवान बुध्द की पगचिह्न को पुन: दोनों जिलों में लाया साथ ही बौद्ध पर्यटक स्थल घोषित किया जाए जिससे बांसी तहसील क्षेत्र के लोग अपने को धन्य समझे।