Friday, 29 January 2021 10:44
G.A Siddiqui
शोहरतगढ़ नपं के विस्तारित गांव नीबी दोहनी में वृहस्पतिवार शाम दो लोगों में पहले हल्की मारपीट हुई । उसके बाद मारपीट में पिटे एक व्यक्ति ने गोलबंद होकर दोबारा फेरु के घर पहूंचकर जमकर विवाद किया ।जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। मौके पर प्रशासन द्वारा 12 से अधिक थानों की पुलिस को भी लगाना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अशोक रावत उर्फ पादू तथा फेरू पुत्र भकालू के बीच पुरानी रंजिश है।विगत पांच वर्षो में दोनों परिवारों के बीच का मामला थाने तक भी पहुंचा और दोनों पक्षों के विरुद्ध मुकदमा भी पंजीकृत हुआ।पुरानी रंजिश के चलते ही संतराम चौरसिया के घर के पास दोनों पक्षों यानि अशोक रावत व फेरु के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुए और मामला मारपीट तक पहुंच गया।बीच बचाव में निवर्तमान प्रधान पुत्र को चोट लग गई।और यहीं से नई कहानी का जन्म भी हो गया।मामला हाई प्रफायिल हो गया यहां तक कि कई थानों की पुलिस को दखल देना पड़ा।स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही कि मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चाँदनी पुत्री अशोक की तहरीर पर राजेन्द्र बहादुर सिंह, प्रभारी निरीक्षक शोहरतगढ़ के नेतृत्व में उ.नि. राकेश कुमार थाना शोहरतगढ़ टीम अभियुक्तों के विरुद्ध मु.अ.सं. 19/21 धारा 147,323,504, 506,336,337 भा0द0वि0 व धारा 7 सी0एल0ए0 दर्ज कर लिया गया और फेरू पुत्र भकालू , नबी मोहम्मद पुत्र फेरू व सुभान अली पुत्र फेरु निवासीगण नीबीदोहनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लोगों के बीच चर्चा का विषय यह भी है कि जब जब दो पक्षों के बीच किसी प्रकार का विवाद होता है तो तीसरा पक्ष सिर्फ बीच बचाव ही कर सकता है । तीसरे व्यक्ति के इंटरेस्ट लेने के कारण दो लोगों की मारपीट दंगा बवाल में बदल गयी। इस घटना से आम जनमानस में सवाल उठने लगे हैं कि चाय की दुकान के पास एक बार मारपीट हो जाने के बाद गोलबंद होकर फेरु के घर जाकर बवाल करने की क्या जरूरत थी पुलिस के पास पीड़ित क्यों नहीं गया कानून हाथ में लेने की क्या जरूरत थी। मारपीट की घटना में दो पक्षों की भूमिका अहम होती है।घटना के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक माया राम वर्मा, उपजिलाधकारी शिवमूर्ति सिंह,तहसीलदार धर्मवीर भारती,सी ओ राणा महेंद्र प्रताप सिंह, शोहरतगढ़ इंस्पेक्टर राजेन्द्र बहादुर सिंह,जोगिया इंस्पेक्टर आलोक श्रीवास्तव,कपिलवस्तु एसओ महेश सिंह, ढेबरुआ इंस्पेक्टर तहसीलदार सिंह, चिल्हिया एसओ डीसी चौधरी,लोटन इंस्पेक्टर रामअशीष यादव,गोल्हौरा इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह , कोटिया चौकी प्रभारी एस पी सिंह के अलावा एसओ मोहाना व मिश्रौलिया भी मौके पर मौजूद रहे।तहरीर के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनि0 राकेश कुमार,हेका.राजू चौधरी,हेका. देवचन्द्र,का.सत्येन्द्र शामिल रहे।