Thursday, 09 March 2017 11:00pm
Chaudhary Salman Nadwiजगदीशपुर, अमेठी
महोना सामूहिक हत्याकाण्ड का ख़ुलासा करने में पुलिस नाकाम।
क्या 11 लोगों की हत्या का ख़ुलासा कर पायेगी पुलिस ? 11 लोगों की हत्या की पहेली अभी तक नहीं सुलझ पायी है। उत्तर प्रदेश के जनपद अमेठी बाज़ार शुक्ल थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम महोना पश्चिम में तीन जनवरी को एक ही घर के 11 लोगों की हत्या हो गयी थी। इस घटना को बीते लगभग दो माह से अधिक हो गया लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।
यह मंजर देखकर बड़े से बड़े दिल वाले भी अपने आंसू नही रोक पाये थे।
उस दिन एक ही परिवार के दस लोगों का गला रेतकर व घर के मुखिया जमालुद्दीन की रस्सी से लटकती लाश घर में मिली थी।
आज भी एक अनसुलझी पहेली बनी है।
हालांकि पुलिस अब तक दर्जन भर से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है जिसमें मृतक जमालुद्दीन के करीबी, रिश्तेदार, दोस्त, प्रापर्टी डीलर, घर व दुकान के आसपास रहने वाले पड़ोसियों से भी मामले की टोह ले चुकी है फिर भी पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।
देखा जाय तो मामले का खुलासा करने में पुलिस अब तक पूरी तरह नाकाम दिख रही है और साथ ही विधानसभा चुनाव का बहाना बता मामले से किनारा काट ले रही है।
दो माह से अधिक का समय बीत चुका है और चुनाव भी ख़त्म हो गया है लेकिन महोना कांड का रहस्य अभी भी अबूझ पहेली बनकर रह गया है।
जांच पड़ताल के चक्कर में पुलिस मृतक जमालुद्दीन के पैतृक गाँव बहादुरपुर, दौलतपुर जा पहुँची और मृतक की पत्नी जाहिदा से काफी देर तक पूछताछ भी की।
पत्नी से घटना वाली रात की एक-एक जानकारी लेकर तमाम सवाल भी किए।
सिर्फ इतना ही नहीं घटना के कुछ दिन बीतने के बाद मृतक के भाई को एक बोरी भी मिली थी जिसमें खून से सना कपड़ा एक और चापड़ मिला था जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था लेकिन उसके बाद से मामला जस का तस पड़ा हुआ है।
स्थानीय पुलिस की जांच भी अभी तक वहीं रूकी है जहां घटना के बाद थी।
न तो अभी तक कोई रिपोर्ट आई है और न ही पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई की गई है।
कुछ भी हो हत्या का राज जस का तस बना हुआ है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है घटना के सभी पहलुओं पर पुलिस आगे बढ़ रही है। जल्द ही पूरी घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
(जगदीशपुर से रहीम उल्ला खान की रिपोर्ट)