Thursday, 19 July 2018 8:25
G.A Siddiqui
यशवंत सिन्हा को मोदी सरकार का मुखर विरोधी माना जाना जाता है. वह सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. उन्होंने एक चैनल से चर्चा की. इस दौरान एक अनुभव शेयर करते हुए कहा कि हाल में एक पुस्तक के विमोचन समारोह में आमंत्रित किया गया. वहां पर एक संभ्रांत महिला ने महत्वपूर्ण सवाल किया कि मोदी सरकार की नीतियों के संबंध में आपके भाषण से तो मैं सहमत हूं लेकिन यह भी तो एक तथ्य है कि पीएम मोदी से मुकाबले के लिए विपक्ष के पास कोई कद्दावर चेहरा नहीं है. यह सवाल केवल उस महिला का ही नहीं है बल्कि यह गंभीर सवाल पूरे देश में उठ रहा है. इसका वास्तविक उत्तर क्या है?
जिसके जवाब में यशवंत सिन्हा ने कहा है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस की सरकार में मंत्री बनने का स्वर्णिम अवसर छोड़ दिया. जबकि मोदी ने मुख्यमंत्री से पीएम पद के दावेदार बनने तक कोई कसर नहीं रखी. पीएम मोदी ने केवल अवसर का लाभ उठाया है.
2014 के चुनाव से पहले मोदी सिर्फ बाकी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तरह ही थे. यदि इस लिहाज से देखा जाए तो विपक्ष के पास ऐसे 6 राज्यों के मुख्यमंत्री हैं जो मोदी की तरह ही पीएम पद पर आसीन होने की संभावनाओं से लबरेज हैं. यदि मोदी पीएम बन सकते हैं तो इस बार विपक्ष के 6 मुख्यमंत्रियों में से कोई भी पीएम बन सकता है।