Thursday, 19 December 2019 9:56
G.A Siddiqui
सडक पर उतरे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफतार, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नजरबंद
- मुख्यालय समेत सभी तहसील मुख्यालयों पर सपाईयों ने की नारेबाजी
- प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देते हुए कार्यकर्ता को किया गिरफतार
सिद्धार्थनगर। नागरिकता संसोधन बिल के विरोध की आग गुरूवार को जिले में पहंुच गयी। इस बिल के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने सडक पर उतरने का प्रयास किया, तो पुलिस ने सपाईयोें का कारवां आगे बढने के पहले ही उन्हें गिरफतार कर लिया। इटवा में मौजूद सपा के दिग्गज नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को पुलिस ने उनके घर में ही नजरबंद कर दिया।
सुबह लगभग 10 बजे सैकडों सपाई जिला कार्यालय पर एकत्र हो गये। वहां पर जमकर नारेबाजी होने लगी। योगी-मोदी मुर्दाबाद के नारों से पूरा क्षेत्र गूंजने लगा। यह देख पुलिस हरकत मंें आयी और कार्यकर्ताओं को बस में भरने लगी। पुलिस के इस रैवये से कई सपाईयों ने एतराज जताया, तो पुलिस भी सख्त तेवर में आती दिखायी देने लगी। मौके की नजाकत को भांपते हुए वरिष्ठ सपाई बस में जाकर बैठने लगा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने भी उनका अनुकरण किया।
पुलिस ने सपाइयों को कई बस में भरा और सनई स्थित जय किसान इंटर कालेज में परिसर में बनायी अस्थायी जेल में बंद कर दिया। बाद में सभी कार्यकर्ताओं को बिना शर्त रिहा कर दिया। इसी प्रकार का बवाल हर तहसील मुख्यालयों पर दिखायी दिया। इटवा में धरना-प्रदर्शन करने जा रहे दिग्गज सपा नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को पुलिस ने उन्हीं के घर में नजरबंद कर दिया। यह खबर जैसे ही सपाईयों को मिली, सपाई पुलिस की इस कार्यप्रणाली को दमनकारी बताने लगे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक विजय पासवान, पूर्व राज्यसभा सदस्य आलोक तिवारी, पूर्ण नपा अध्यक्ष मो0 जमील सिद्दीकी, इन्द्रासना तिवारी, मुरली मिश्रा, कलाम सिददीकी, विजय यादव, सोनू यादव मणेन्द्र मिश्रा समेत सैकडों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।