Thursday, 30 April 2020 6:12
G.A Siddiqui
सिद्धार्थनगर30अप्रैल। डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा प्रवासी मजदूरों कामगारों एवं सैलानियों को घर वापसी के लिए जारी दिशा-निर्देश का स्वागत किया है क्योंकि देशव्यापी लाकडाउन के कारण 24 मार्च से लाखों प्रवासी मजदूर छात्र एवं पर्यटक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं इसलिए सबसे बड़ी समस्या मजदूरों के घर वापसी की थी क्योंकि काम बंद हो जाने के कारण उनके समक्ष भुखमरी की नौबत उत्पन्न हो गई थी।
श्रीपाल ने कहा कि केंद्र के गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार राज्यों के बीच आपसी सहमति के आधार पर फंसे हुए मजदूर घर लौट सकेंगे इसमें रास्ते में पड़ने वाले मजदूरों को भी सहयोग का दिशा निर्देश दिया है इसके लिए राज्य सरकार ही के माध्यम से पहुंचाने का काम होगा स्वयं को यह खुद नहीं आ सकेगा क्योंकि उसे थर्मल स्क्रीनिंग की जांच से गुजरना होगा।
श्रीपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने इसके लिए राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि वह प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें जो दूसरे राज्यों के संवाद स्थापित करके घर वापसी की रणनीति तैयार करें क्योंकि मजदूरों एवं कामगारों को लाने में सामाजिक दूरियों मेडिकल चेकअप जरूरी है इसके बाद ही वह लोग अपने घरों में वापस जा सकेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने विभिन्न राज्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अफसर के रूप में पहले ही नियुक्त कर चुके हैं।
श्री पाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न राज्यों में फंसे कामगारों एवं मजदूरों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा उसके बाद रवानगी से पहले प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग एवं पूरी तरह से चेकअप किया जाएगा घर पहुंचने के बाद भी उन्हें मेडिकल चेकअप होगा तथा घरों में 14 दिन के लिए होम फॉर रेंट इन होगा जिससे करोना संक्रमण को पूरी तरह से रोका जा सके।
अंत में श्री पाल ने कहा कि सबको आरोग्य सेतु एप भी डाउनलोड करने के लिए कहा जाएगा जिससे भविष्य में भी कोई करो ना पास टिप के संपर्क में आए तो तुरंत क्रेक हो सके जिससे करो ना संक्रमित व्यक्ति की तत्काल पहचान हो सके इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी भी इन लोगों के स्वास्थ्य की समय पर जांच करते रहेंगे।