Thursday, 11 June 2020 7:01
G.A Siddiqui
सिद्धार्थनगर। विगत दिनों कोरोना संदिग्ध रामू की मौत का जिम्मेदार सिर्फ भाजपा सरकार है। रामू मुम्बई से आया था जिला प्रशासन को जानकारी थी बावजूद उसका कोरोना परीक्षण नही हुआ था। वक्त से पहले अगर रामू का परीक्षण हुआ होता तो शायद रामू आज ज़िंदा होता। रामू की मौत के जिम्मेदार फिलहाल जिला अस्पताल के डॉक्टर नही है क्योंकि कोरोना से लड़ने के लिये जिला अस्पताल में पीपी किट और सुरक्षा के इंतेज़ाम न होने के कारण जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी लाचार थे जिसके कारण रामू की मौत हुई।उक्त बातें शोहरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी मो0जमील सिद्दीक़ी ने अपने आवास पर कही ।उन्होंने कहा कि जिले में बिना रिकॉर्ड कोविड19 से मरने वालो की संख्या दर्जनों में है जिसे प्रशसन छिपा रहा है जिसके कारण यहां की जनता के अंदर डर बढ़ता जा रहा है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का गृह जनपद होने के बाद भी यहां की स्वास्थ्य सेवा शर्मनाक है।
मो0जमील सिद्दीकी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोविड 19 की टेस्टिंग की कमी के कारण देश महामारी से उभर नही पा रहा है । स्वस्थ्य कर्मियों की लाचारी ये साबित कर रही है कि कोरोना महामारी से ये सरकार लड़ने में पूरी तरह से फेल है। उन्होंने कहा कि अगर वक्त रहते भाजपा सरकार सही कदम उठाई होती तो देश की ये हालत नही होती।
प्रवासी मजदूरों के प्रति अपना दर्द बयां करते हुए मो0 जमील सिद्दीकी ने कहा कि लॉकडाउन से पहले अगर प्रवासियों मजदूरों को उनके घर भेजने का इंतेज़ाम सरकार पहले ही कर दी होती तो सैकङो मजदूरों की जान बच गई होती।
मो0 जमील सिद्दीकी ने कहा कि जिला प्रशासन व्यवस्थाओ के साथ अपने कर्तव्यों के प्रति संवेदनशील हो और कार्य करने के तरीकों में सुधार कर ले जिससे किसी और रामू की मौत न हो अन्यथा समाजवादी पार्टी शासन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन को बाध्य होगा।