Wednesday, 25 January 2017 08:30 PM
Nawaz Shearwani
गोरखपूर:भाजपा से टिकट नहीं मिलने के
बाद अनीता जायसवाल ने पिपराइच से निर्दल चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने बुधवार को प्रेस क्लब में कहा कि षड़यंत्रकारियों ने पहले तो मेरे पति को साजिश कर जेल भेजवाया और अब भाजपा से मेरा टिकट कटवा दिया। पिपराईच से मेरे पति जीतेन्द्र जयसवाल उर्फ पप्पू भईया कई बार चुनाव लड़ जीत हासिल कर जनता की सेवा की। पिपराइच विधान सभा क्षेत्र हमारा परिवार है। इसकी सेवा करना हमारा धर्म हैं। इसलिए मैं निर्दल चुनाव लड़ूंगी और चुनाव में जीत हासिल करुंगी।
बतातें चलें कि कभी बसपा सरकार में मंत्री रहे रामभुआल निषाद पिछले चुनाव में बसपा से गोरखपुर ग्रामीण विस से चुनाव लड़े। उन्हें तीसरा स्थान मिला था। उन्हें हासिल कर करीब 41 हजार वोट मिला था। वह बसपा से 2002 में कौड़ीराम से विधायक चुने गये थे। बसपा ने इन्हें पार्टी से निकाल दिया था और यह कभी सपा के मंच तो कभी भाजपा के मंच पर नजर आते थे। बाद में इन्होंने भाजपा का दामन थामा। भाजपा में इन्होंने गोरखपुर ग्रामीण व चौरी-चौरा से उम्मीदवारी जतायी थी। राजनीतिक जानकार इस बात से मुतमईन थे कि चौरी-चौरा से तो रामभुआल को टिकट मिल ही जायेगा। लेकिन पार्टी ने संगीता यादव को टिकट देकर सबको चौंका दिया। वहीं गोरखपुर ग्रामीण सीट पर योगी समर्थक विपिन सिंह का टिकट फाइनल माना जा रहा था।
वहीं अनिता जयसवाल जीतेन्द्र जयसवाल की पत्नी हैं। इस बार भाजपा से टिकट की आस थीं लेकिन पार्टी ने योगी समर्थक महेंद्र पाल को तरजीह दी। जीतेन्द्र जयसवाल पिपराइच से वर्ष 2002/1996/93 में लगातार तीन बार निर्दल चुनाव लड़े और जीत की हैट्रिक लगायी। इस समय वह जेल में हैं।
समर्थकों का मानना हैं कि टिकट कटवाने में योगी आदित्यनाथ की अहम भूमिका है