Wednesday, 26 October 2016 8:45 pm
Nawaz Shearwani
गोरखपुर, आल इंडिया महिला कांग्रेेस कमेटी की सचिव तलत अजीज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुस्लिम महिलाओं का हमदर्द बनने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री वाकई महिलाओं की चिंता है तो वह संसद, विधानसभाओं सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की घोषणा क्यों नहीं करते।
आज जारी एक बयान में श्रीमती तलत अजीज ने कहा कि आजकल प्रधानमंत्री को मुस्लिम महिलाओं की चिंता सता रही है। मुस्लिम महिलाओं के सम्बन्ध में वह संविधान में दी गई पर्सनल ला की गारंटी में भी हस्तक्षेप करने को तैयार हैं लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने महिलाओं के लिए नारेबाजी करने के अलावा कुछ नहीं किया। उनकी कथनी और करनी में बड़ा अन्तर है। एक ओर चीन निर्मित माल न खरीदने की सलाह दे रहे तो दूसरी तरफ दोनों देशों के प्रतिनिधि बड़े-बड़े व्यापार व औद्योगिक समझौते कर रहे हैं। इसी तरह पाकिस्तान से सम्बन्ध विच्छेद की बात की जा रही है लेकिन बस सेवा और समझौता एक्सप्रेस का आवागमन जारी है और वीजा के सरलीकरण की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने महिलाओं को पंचायत में 33 फीसदी भागीदारी दी थी। यदि प्रधानमंत्री राजनीतिक लाभ के बजाय सही में महिलाओं का उत्थान चाहते हैं तो उन्हें सभी क्षेत्रों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा कर देनी चाहिए।