Tuesday, 09 April 2019 7.02pm
Nawaz Shearwani
Report-Sayed Farhan
गोरखपुर। सामने हो मंजिल तो रास्ता ना छोड़ना, जो मन में हो वो ख्वाब ना तोड़ना, हर कदम पर मिलेगी कामयाबी तुम्हें, बस सितारे छूने के लिए कभी जमीन न छोड़ना।
कुछ इस शेर की मानिंद खूनीपुर की बिटिया एेमन जमाल ने वो कर दिखाया जो बेटे भी नहीं कर पाते। मेहनत करती रही, करती रही और कामयाबी मिलती रही, मिलती रही। खूनीपुर साहबगंज के रहने वाले हसन जमाल उर्फ बबुआ (व्यवसायी) व अफरोज बानो (सहायक अध्यापिका) की पुत्री एेमन जमाल ने आईएसए की परीक्षा में 499 रैंक (रोल नं. 0864858) हासिल किया है। ऐमन ने 25 मार्च को आईएएस की मुख्य परीक्षा दी। 27 मार्च को ऐमन का मेडिकल हुआ। 5 अप्रैल को रिजल्ट आया। इससे पहले ऐमन जमाल 25 दिसंबर 2018 को श्रम आयुक्त बन गईं थी। उसी समय उन्होंने आईएएस प्री परीक्षा पास कर ली थी। अभी 4 अप्रैल को उन्होंने शाहजहांपुर में श्रम आयुक्त पद पर ज्वाइन किया था कि तभी 5 अप्रैल को इतनी बड़ी खुशखबरी मिल गई। जनवरी 2019 में उन्होंने बिहार पीसीएस परीक्षा भी पास कर ली।
शुरु से मेधावी रही ऐमन ने इंटर तक की शिक्षा कॉमर्ल गल्र्स इंटर कालेज से व स्नातक की परीक्षा सेंट एंड्रयूज डिग्री कालेज से हासिल की। जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली व जामिया हमदर्द नई दिल्ली में अल्पसंख्यकों के लिए संचालित कोचिंग में ऐमन ने दो साल आईएएस परीक्षा पास करने की तैयारी की। यहां आईएएस परीक्षा की मुफ्त तैयारी करवाई जाती है। ऐमन की पांच बहने व एक भाई है। भाई बहनों में ऐमन दूसरे नम्बर पर हैं। बड़ी बहन इमरीन जमाल एमबीबीएस डाक्टर हैं और एमडी की पढ़ाई कर रही हैं। तीसरे नम्बर की बहन हेरा जमाल ने एमबीए किया है और सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं। चौथे नम्बर की बहन तुबा जमाल बीडीएस की पढ़ाई कर रही हैं। पांचवें नम्बर की बहन हबीबा हसन नौवीं की छात्रा हैं। भाई मो. अनस भी लखनऊ में रहकर विभिन्न कंपटीशन की तैयारी कर रहा है।
ऐमन ने न केवल अपना बल्कि पूरे परिवार का ख्वाब सच कर दिखाया है। यह परिवार बेटियों के लिए मिसाल है और इसने पैगाम दिया है कि अगर बेटियों की बेहतरीन परवरिश हो तो वह हर चुनौतियों से लड़कर कामयाबी की मंजिल पा सकती हैं। ऐमन समाज के दबे कुचले लोगों को न्याय दिलाने के जज्बे से लबरेज हैं। ऐमन को इतनी बड़ी कामयाबी मिली और शहर में चर्चा तक नहीं हुई। यह अफसोस का मकाम है। ऐमन के कामयाबी की दास्तान तो हर स्कूल, कालेज में बताने की दरकरार है ताकि नौजवानों को जिंदगी की नई राह मिले, मंजिल तक पहुंचने का रास्ता हमवार हो। एेमन की कामयाबी में सही निर्देशन, पढ़ाई की टाइमिंग, प्लानिंग ने अहम भूमिका निभाई।