Saturday, 11 September 2021 11:20
G.A Siddiqui
हास्पिटल व कब्रिस्तान के रास्ते में कैसे- कैसे दिक्कतों का सामना करते हुए जाने को मजबूर हैं लोग
शैलेन्द्र पंडित
बांसी/ नगर पालिका बांसी के वार्ड नं.3 जिसे पटेल नगर (पुरैना) के नाम से जाना जाता है, के रहवासी बाढ के पानी से जहाँ आज भी जूझ रहे हैं और अब आलम यह है कि पानी थोड़ा बहुत कम जरूर हुआ है, लेकिन जलजमाव के जलते जलजनित बीमारियों से जूझने को विवश हैं, मोहल्ले के निवासी सौरभ जायसवाल ने कहा 1998 इस कदर बाढ़ का प्रकोप वह भी नगर में नहीं देखा लेकिन इस बार तो यहाँ का हर वर्ग त्राहि-त्राहि कर रहा है/ यहीं के रहने वाले कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष अभिनय राय ने कहा अभी नगर पालिका प्रशासन ने जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं कर पायी है यहाँ पर सिटी हास्पिटल है, के अलावा इसी वार्ड से होकर कब्रिस्तान जाने का प्रमुख मार्ग भी है इतना संवेदनशील मोहल्ला का यह आलम है समय रहते शासन प्रशासन कुछ करे/ ग्राम मेचुका के प्रधान सुजीत सिंह के भाईयों का मकान है, का कहना है जलजमाव के चलते सडांध से लोगों का जीना दुर्भर है, नपा प्रशासन शीघ्र ही दवा का छिडकाव नहीं किया तो जलजनित संक्रामक बीमारियों को फैलने से कोई रोक नहीं सकता/ इसी तरह अधिवक्ता आलोक ओझा व संतोष मिश्रा ने कहा बिना घर से निकले काम नहीं चल सकता जलजमाव से होकर गुजरने का परिणाम यह रहा कि पैरों की ऊंगलियों में संक्रमण हो गया है, न जाने नपा प्रशासन व तहसील प्रशासन किस बात का इंतजार कर रहा है यह ऊपर वाला जाने....?? यही स्थित प्रताप नगर, इन्दिरा नगर, अकबर नगर सहित कई वार्डों का भी यही हाल है।