Sunday, 06 August 2017 05:29 PM
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सिद्धार्थनगर कार्यालय। बहनो की रक्षा के प्रतीक स्वरूप भाइयो को बांधी जाने वाली राखियो का त्योहार रक्षाबंधन ज्यों ज्यों करीब आता जा रहा है त्यों त्यों दुकानो पर राखियां भी सजने लगी हे। नगर के मुख्य सिद्धार्थ चौराहे के आस पास रंग बिरंगी राखियो से दुकानें सजने लगी है और बहनें अभी से खरीददारी में जुट गयी है।
इस समय दुकानो पर सस्ती से सस्ती और महंगी से महंगी राखियां उपलब्ध है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कुछ ऐसी राखियां भी बिक रही है जिनके बंधन चांदी की लड़ियो से बने है और इन्हे प्रयोग के बाद गले में लाकेट की तरह भी पहना जा सकता है। इनकी कीमत 1000 से ऊपर बतायी जा रही हे। इसके अतिरिक्त मोतियो ओैर नगो से जड़ी हुई राखियां भी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि उसके पास सबसे कम दाम की राखी 5 रूपये और सबसे महंगी राखी 80 की है। राखियां सस्ती हो या महंगी इस त्योहार पर भाइयो द्वारा बहनो की रक्षा के प्रण के साथ बहनो का प्यार भी राखी के रूप में सर चढकर बोल रहा है। लेकिन राखी दुकानदार ने बताया कि 1000 तक की राखियां हम छोटे दुकानदार नही रखते क्योकि इसमें पूंजी फंसने का डर रहता हे। बडे“ शहरो में ऐसी राखियां हाथो हाथ बिक जाती है। जहां आधुनिक रूपो में भी राखियां उपलब्ध हे।
भाई व बहनो के अटूट प्रेम के सम्बन्धो का पावन त्यौहार रक्षाबंधन आज होने के कारण जनपद के छोटे बड़े नगरो उपनगरो तथा जिला मुख्यालय पर बाजारो में राखी की धूम रही। देर रात तक बहने अपने भाई की कलाई पर बांधने के लिए राखी खरीद करती रही। पूरा बाजार राखी से पटा रहा। इसमें चाइनीज राखी की भी चमक देखी गयी। चांदी के नोटो से बने राखियां भी बाजारो में बिकते हुए देखी गयी। पूरे बाजार में दो रूपये से लेकर हजारो रूपये तक की राखियां दुकानो पर चमचमा रही थी।
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना- रक्षाबंधन है ऐसा जैसे बदरी और पवन का, जैसे भाई और बहन का आदि रक्षाबंधन के विभिन्न गानो का कैसेट रक्षाबंधन बेच रहे दुकानदारो के यहां बजता रहा। विभिन्न तरह के रक्षाबंधनो से दुकाने पटी रही। महंगाई पर बहनो की आस्था भारी दिखायी दे रही थी। मिठाई की दुकानो पर भी खूब मिठाइयां बिकी और रक्षाबंधन के त्यौहार के मद्देनजर लोगो ने खरीददारी भी की।
हमारे शोहरतगढ, बढनी आदि प्रतिनिधियो के अनुसार नगरो उपनगरो में राखी की धूम रही। नेपाल भारत सीमा पर स्थित बढनी बाजार में तो चीनी निर्मित राखियां खूब बिकी और लोगो ने उसे पसन्द से खरीदा भी। बताया जाता है कि रक्षाबंधन का त्यौहार आदिकाल से है। जिसके क्रम में आज भी रक्षाबंधन का त्यौहार जो भाई बहनो के लिए अटूट रिश्ते का त्यौहार है उसे आज धूमधाम से मनाया जायेगा।