Sunday, 17 September 2017 3.09 pm
G.A Siddiquiसिद्धार्थनगर17 सितम्बर। वर्मा में बौद्धों व उनके सैनिकांें द्वारा हिन्दुओं और मुसलमानों के हो रहे सामूहिक कत्लेआम के विरोध में तहफ्फुज-ए-मिल्लत के जेरे एहतमाम जिला मुख्यालय के बेलसड ईदगाह रोड से नगर पालिका भवन तक क्षेत्र के हजारों मुस्लिमों ने ़बर्मा हुकूमत को खिलाफ नारे लगाते हुए सभा कर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सदर तहसीलदार को देकर वर्मा से आये हुए लोगों केा शरणार्थी का दर्जा देकर उन्हें हर सुविधा उपलब्ध कराये जाने की माॅग की।
तहफ्फुज-ए-मिल्लत के संरक्षक हाजी अली अहमद के नेतृत्व में हजारों की तादात में मुसलमानों ने बर्मा में हो रहे इंसनियत के कत्ल के खिलाफ नारा लगाते हुए आन सान सू के नोबल पुरस्कार को वापस लिये जाने, सेना द्वारा किये जा रहे कत्लेआम को बन्द किये जाने, भारत में आये शरणार्थियों को जब तक शान्त न हो तब तक उन्हें वापस न किये लजाने, रिफियूजी कैम्प लगाकर कर उन्हें सारी सुविधाएॅ उपलब्ध कराये जाने, वर्मा पर कत्लेआम को बन्द किये जाने का दबाव बनाये जाने,संयुक्त राष्ट्र महासंघ में वहाॅ के फौजियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर फाॅसी की सजा दिये जाने, नन्हंे मुन्हें बच्चों को तत्काल दूध पानी और खाने के सामानों को उपलब्ध कराये जाने तथा वर्मा के दूतावास से अपने देश के दूत को वापस बुलाकर वर्मा से सारे तअल्लुकात बन्द किये जाने सम्बन्धी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सदर तहसीलदार को देकर भारत सरकार से उचित कदम उठाये जाने की माॅग की।
उक्त अवसर पर सादिक़ शैख़ मुख्य महासचिव तहाफ़्फ़ूज मिल्लत जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सुहेल, मौलाना सफात अहमद नूरी, गुलाम नबी आजाद, मीम जिलाध्यक्ष लाल बाबू, सादिक अली, फैयाज चैधरी,आदिल अहमद, सादिक ंहमद, नसीम खान,सहित हजारों लोग मौजूद रहें।