Monday, 25 December 2017 5:40 pm
Sadique Shaikh
रंगारंग कार्यक्रम के बीच शुभारम्भ हुआ कपिलवस्तु महोत्सव भीषण ठंड पर भारी रहा कपिलवस्तु महोत्सव का कार्यक्रम शीतलहर के बीच पाण्डाल में उमड़ी भारी भीड़
सिद्धार्थनगर कार्यालय। सिद्धार्थनगर जनपद का सृजन 28 दिसम्बर 1989 में हुआ। जिसे लेकर कपिलवस्तु महोत्सव का शुभारम्भ किया गया। यह महोत्सव जनपद सृजन को लेकर शुरू हुआ। और लगातार चलता आ रहा था। किन्तु बीच में बीते वर्ष किन्ही परिस्थितियों के कारण कपिलवस्तु महोत्सव नही मनाया गया। किन्तु आज भीषण ठंड और शीतलहर के बावजूद कपिलवस्तु महोत्सव का शुभारम्भ रंगारंग कार्यक्रम के बीच शुरू हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जनपद के प्रभारी एवं खेल कूद मंत्री चेतन चौहान, आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह, सांसद जगदम्बिका पाल, सदर विधायक श्यामधनी राही, शोहरतगढ़ अमर सिंह चौधरी, इटवा डा. सतीश द्विवेदी, डुमरियागंज राघवेन्द्र सिंह, शिक्षक विधायक धु्रव त्रिपाठी सहित जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू, पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह, एडीएम सहित प्रशासनिक अमला के लोगों ने फीता काटकर कपिलवस्तु महोत्सव का शुभारम्भ किया।
तदोपरांत भगवान बुद्ध की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया गया। कार्यक्रम के शुभारम्भ होने के पूर्व प्रशासनिक अधिकारियो को आगन्तुको को फूल माला देकर उन्हे बैज लगाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर शिवपति इंका शोहरतगढ़ की छात्राओ ने हे कपिलवस्तु की गीत गाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर उक्त नेताओ ने भगवान बुद्ध के व्यक्तित्व और कृत्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कपिलवस्तु महोत्सव के व्यवस्था की भ्ूरि भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जनपद प्रभारी मंत्री चेतन चौहान ने अपने उदबोधन में कहा कि अब तक की सरकारें इस प्रकार के ऐतिहासिक कार्यक्रमो को लेकर पूरी तरह से संवेदनहीन रही। किन्तु हमारी सरकार इसे लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है। बुद्ध की धरती पर निश्चित तौर पर से बौद्ध सर्किट को तरजीह दिया जायेगा। जिससे विदेशियो के आने का क्रम यहां अधिक होगा। और उनके आने से जनपद का निश्चित तौर पर विकास होगा। उन्होने कहा कि सरकार ने बौद्ध सर्किट के विकास के लिए 33 हजार करोड़ रूपये अवमुक्त कर दिये है। जो निश्चित ही यहां की विकास की एक कड़ी में शामिल होगा। श्री चौहान ने प्रदेश व केन्द्र सरकार की उपलब्धियो को गिनाते हुए कहा कि आज इस तरह का कार्यक्रम मेरी ही सरकार में होना संभव है। सात दिनो तक चलने वाले कपिलवस्तु महोत्सव यहां के इतिहास के पन्नो में भी अंकित होगा। कार्यक्रम से अभीभूत प्रभारी मंत्री ने प्रशासनिक अमले को सराहा भी। इसीक्रम में आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह तथा सांसद जगदम्बिका पाल ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए बुद्ध सर्किट को विश्व के मानचित्र पर पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित हुए। तदोपरांत लेजर शो में भगवान बुद्ध के जन्म से लेकर ज्ञान तक का शो दिखाया गया। प्रभारी मंत्री ने कपिलवस्तु महोत्सव में लगे स्टालो का निरीक्षण किया। जिसमें कृषि विभाग, उद्यान,खादी ग्रामोद्योग, बाल विकास परियोजना, वन विभाग, खाद्य विभागो द्वारा लगाये गये स्टाल तथा आंगनबाड़ी द्वारा बनायी गयी पोषाहार से तिरंगा झण्डा आकर्षक का केन्द्र रहा। कपिलवस्तु महोत्सव में आये मौत का कुआ, झूला, बच्चो का रेल, जादूगरी आदि कपिलवस्तु महोत्सव की रौनक बढ़ाते हुए देखा गया।