Tuesday, 30 May 2017 4:40 pm
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उत्तर प्रदेश में सरेराह बढ़ रही बलात्कार,छेड़छाड़ की घटना अब सड़क से होकर ट्रेन तक पहुंच गई है। लखनऊ से चंडीगढ़ जा रही एक ट्रेन में बलात्कार की घटना सामने आई है। एक जीआरपी के जवान द्वारा कथित रेप को अंजाम दिया गया।”
अभी बुलंदशहर की मुस्लिम महिलाओं के आंसू सुखे ही नहीं हैं की बिजनौर (यूपी) से दिल देहला देने वाली खबर आ रही हैं , कस्बा चाँदपुर से बिजनौर जाने के लिए ट्रेन में चढ़ी एक मुस्लिम (रोजेदार) महिला से रेलवे पुलिस (GRP) के जवान कमल शुक्ला ने विकलांग कोच में ले जाकर चलती ट्रेन में बलात्कार किया।
यात्रियों को शक होने पर सभी ने हंगामा कर कोच का डिब्बा खुलवाया तब घटना की जानकारी हुई। इसके बाद भीड़ ने आरोपी सिपाही को पकड़ कर धुनाई शुरू कर दी। सिपाही ने किसी तरह जीआरपी थाने में घुसकर खुद को बचाया। सिपाही की दरिंदगी की शिकार मुस्लिम युवती की हालत बिगड़ गई है। बेहोशी की हालत में उसे इलाज और मेडिकल परीक्षण के लिए बिजनौर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के चांदपुर से विकलांग कोच में एक युवती सफर के लिए सवार हुई।
इस कोच में एक पुरुष यात्री पहले से ही सवार था। इसी दौरान कोच में मुरादाबाद जीआरपी एस्कोर्ट में चल रहा सिपाही कमल शुक्ला भी कोच में पहुंच गया। आरोप है कि उसने विकलांग कोच में सवार पुरुष यात्री को हल्दौर स्टेशन पर राइफल की बट मारकर और धमकाकर कोच से उतार दिया। इसके बाद अकेली युवती के साथ सिपाही ने रेप किया।
सुबह पौने दस बजे जब बिजनौर ट्रेन पहुंची तो विकलांग कोच को खुलवाने को लेकर यात्रियों की सिपाही से बहस हुई। यात्रियों के हंगामा करने पर ट्रेन के गार्ड एसके केन भी पहुंच गए। उन्होंने भी सिपाही से कोच खुलवाने को कहा लेकिन वह उनसे भी उलझ गया। हंगामा बढ़ने पर सिपाही ने कोच खोला। इसके बाद लोगों को युवती से रेप की घटना का पता चला।
युपी राम-राज्य पुरी तरह जंगलराज साबित हुआ है, यहाँ महिलायें बिलकुल भी सुरक्षित नहीं हैं, कयों सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वाले ही अब महिलाओं के जिस्म के भुखे हो चुके हैं तो जब कोई प्रोफेशनल मुजरिम ऐसा जुर्म करेगा तो उसे रोकने कौन आएगा ? यही है योगीराज की कानून व्यवस्था ?