Friday, 23 March 2018 3:16
Arsad khan
:-मामला लोटन ब्लॉक के ग्राम महुआ माफी के पूरब केजी बाँध के किलोमीटर 19 पर कूड़ा नदी द्वारा कटान से क्षतिग्रस्त बाध का है। :-समय रहते विभाग चेता नहीं तो दर्जनों गावं हो सकते हैं तबाह।
:- नदी और सड़क के मध्य लगभग 8 मीटर की दूरी शेष है ।
अरसद खान
सिद्धार्थनगर । पिछले बारिश मे आये भीषण बाढ़ के कारण नदी के किनारे निर्मित सड़क , तटबंध एवं घर ध्वस्त एवं जमीदोश हो गये तो कुछ जलमग्न हो गये । उन्ही मे से केजी बाँध के किलोमीटर 19 पर स्थित सोहांस लोटन पक्की सड़क कूड़ा नदी की भीषण कटान के चपेट मे आ जाने से खतरा बढ़ गया है । जिसकी वजह से सोहास लोटन सड़क और कूड़ा नदी के बीच की दूरी घट कर लगभग 8 मीटर रह गई है । जबकि विभाग की माने तो भीषण बाढ़ और झमा-झम बारिश एवं नदियों आदि द्वारा कटी सड़क और नदी के मध्य 30 मीटर दूरी पर ही विभाग की सम्पूर्ण जिम्मेदारी हो जाती है । जबकि सोहांस लोटन मार्ग के उत्तर दिशा मे कूड़ा नदी की कटान और सड़क के बीच की दूरी लगभग 8 मीटर ही रह गया है । विभाग एकदम अनजान और बेखबर बना हुआ है ।
ज्ञात हो की उक्त नदी की भीषण कटान को देखते हुये लगभग 8 वर्ष पहले केजी बाँध के किलोमीटर 19 पर भीषण कटान को ड्रेनेज विभाग द्वारा बोल्डर के स्पर बनाये गये थे । जिससे कुछ रुकावट हुई थी ।
लेकिन पिछले कुछ दिनों पहले जिले मे आई भीषण बाढ़ के कारण उक्त किलोमीटर पर
बोल्डर के बने स्पर के निकट भयावह कटान से गैप हो गया है । जिसके कारण सड़क और नदी के बीच की दूरी लगभग 8 मीटर ही बचा हुआ है । कटान से हुये गैप को समय रहते भरा नहीं गया तो लगभग एक दर्जनजन गावं के स्तित्व खतरे मे पड़ सकता है । साथ ही साथ उक्त सोहांस लोटन मार्ग नदी, मे जल्द ही विलीन हो जायेगी ।
सड़क के दक्षिण दिशा मे बसे ग्राम महनाग , सबुनिहा , भेलौजी , खाखरा , पड़रहा बुजुर्ग , मुडिला , रमपुर्वा , सिंहोरवा ,काशीराम महुआ , महुआ घाट , कठहा , इमिलिहा , मुडिला , बडहरा , भगता , सहिला , देवकलिया , टेडवा सहित दर्जनों गाँवों के ग्रामीण कीताबुल्लह , मालख , शकील , संतोष , मंटू शर्मा , केसरी मिश्र , अशरफी पासवान , लोकेश , परम , सगीर , सतीश चंद मिश्र , बसंत जायसवाल , सगीर खां , महफूज़ खान , रईस खान , असलम खान , अख़लाक़ खान सहित दर्जनों ग्रामीण का कहना है की सोहांस लोटन मार्ग पर महुआ माफी गावं के पूरब कूड़ा नदी के कटान के निकट बोल्डर के बने स्पर के दोनो तरफ़ भीषण कटान हो जाने से सड़क और नदी की दूरी बहुत करीब हो जाने से आवागमन एवं सड़क दक्षिण दिशा मे बसे हुये गावं पर खतरा उत्पन्न हो सकता है ।
साथ ही साथ उनकी जनजीवन तबाह व बरबाद हो सकती है । जिसकी सारी जिम्मेदारी ड्रेनेज खण्ड की होगी ।
----बारिश से पहले इसका बेहतर उपाय हो जाना चाहिये - नेहरा
केजी बाँध के किलोमीटर 19 पर कूड़ा नदी द्वारा हुये भीषण कटान से क्षतिग्रस्त के सम्बन्ध मे
अधिशासी अभियंता ड्रेनेज खण्ड राज किरन नेहरा ने कहा की इसकी जाँच कराने के बाद । नए वित्तीय वर्ष मे उक्त की मरम्मत के लिये विभाग को डिमांड किया जायेगा । धन अवमुक्त होते ही बारिश के पहले इसकी मरम्मत एवं रोकथाम हो जाएगा ।