लखनऊ 17 मई।. रिहाई मंच ने यूपी के सीमावर्ती झांसी, मथुरा, सहारनपुर जिलों में प्रवासी मजदूरों पर पुलिस की बर्बर लाठीचार्ज की की कड़ी भर्त्सना की. कहा कि अगर योगी सरकार मुसीबत के मारे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने में असमर्थ हैै तो उनको उनके हाल पर छोड़ देने की मेहरबानी जरूर करे.
रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि इसके लिए किसी शोध की जरूरत नहीं कि प्रवासी मजदूर आखिर ठीक लॉकडाउन के बीच भारी संख्या में अपने घर के लिए क्यों निकल पड़े। भूख की बिलबिलहट और चौतरफा अनिश्चितता की छटपटाहट ने उन्हें तमाम जोखिमों के बावजूद घर की राह पकड़ने को मजबूर कर दिया. इस मज़बूरी के लिए कौन जिममेदार है.
यह कहां का न्याय हैै कि उनके घर लौटने का मुकम्मल बंदोबस्त करने के बजाए उन्हें बीच सफर में अवांछित तत्व की तरह रोक लिया जाए और उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया जाए. यहां तक की बीमारों, बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को भी ना बख्शा जाए। यह दर्दनाक स्थिति लोकतन्त्र के लिए दुर्भाग्य पूर्ण और शर्मनाक है।