Tuesday, 06 November 2018 7:51
G.A Siddiqui
यमन में सऊदी अरब समर्थित लड़ाकों और ईरान से गठबंधन वाले हौथी विद्रोहियों के बीच सप्ताह के अंत में हुई हिंसा के दौरान 150 से ज्यादा की मौत हो गई है। यमनी अधिकारियों के अनुसार, देश के सबसे अहम बंदरगाह वाले शहर होदिएदा पर नियंत्रण बनाने के प्रयास में हुई लड़ाई में मरने वालों में दोनों ही तरफ के लोग शामिल हैं।
उधर, सऊदी अरब समर्थित सैन्य गठबंधन का दावा है कि वे शहर के बंदरगाह पर अपना कब्जा बनाने से महज 4 किलोमीटर दूर रह गए हैं। सैन्य गठबंधन 3 साल से चल रही लड़ाई में पहली बार इस बंदरगाह के इतना करीब पहुंच पाया है।
गौरतलब है कि लाल सागर के किनारे बसे होदिएदा शहर को यमन की लाइफ लाइन कहा जाता है, जहां के बंदरगाह पर ही देश का 90 फीसदी से ज्यादा आयात निर्भर है। यमन में 2015 से अशांति चल रही है, जब हौथी विद्रोहियों ने देश के उत्तरी क्षेत्र को अपने कब्जे में लेकर चुनी हुई सरकार को निष्कासित कर दिया था।
सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व में सुन्नी मुस्लिम देशों के गठबंधन ने तब यमन में सैन्य हस्तक्षेप करते हुए सरकार को समर्थन दिया था। तब से चल रहे संघर्ष में करीब 10 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और संयुक्त राष्ट्र के अनुसार करीब 1.4 करोड़ यमन नागरिकों में से आधे से अधिक मानव निर्मित भुखमरी का शिकार होकर मौत के कगार पर हैं। इस संघर्ष के जारी रहने को रियाद और तेहरान बीच तनातनी का नतीजा माना जा रहा है।