Sunday, 15 January 2017 03:00 PM
Nawaz Shearwani
कैम्पियरगंज (वर्षों से बदहाल हो चुके पीपीगंज-जसवल-घक्सरा 20.50 किमी लम्बे संपर्क मार्ग के चौड़ीकरण कार्य का शिलान्यास केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा बीते वर्ष 8 अक्टूबर को किया गया था। गडकरी ने इस कार्य के लिए 28:50 करोड़ रूपये स्वीकृत भी कर दिए थे लेकिन शिलान्यास होने के दो महीने बाद तक भी कार्य शुरू नहीं हो सका।
विधान सभा चुनाव के मद्देनजर क्षेत्रीय विधायक फ़तेह बहादुर सिंह के दबाव के बाद आनन फानन में इस सड़क के चौड़ीकरण का कार्य रोड के किनारे हुए अतिक्रमण को हटाए बिना दिसम्बर माह के अंत में शुरू करा दिया गया। अब सड़क निर्माण कार्य में लगे बालमजदूरो के कारण विभाग और ठेकेदार भी संदेह
के घेरे में है।
मामला यहीं तक सीमित नहीं है। मजदूरी के चंद रुपयों को बचाने की जुगत में लगे ठेकेदार द्वारा पीपीगंज-तिघरा मार्ग के बीच चल रहे कार्य में करीब दर्जन भर नाबालिग मजदूरों के हाथ खाँची और कुदाल थमा दिया गया है। जिन हाथो में अभी कॉपी किताब होनी चाहिए ऐसे नौनिहालो को इस कड़ाके की ठंड में मजदूरी करते देख स्थानीय लोग भी हैरान है।
जबकि ठेकेदार और विभागीय अभियंता इस बात को सिरे से नकार रहे है। ठेकेदार के मेठ रविंद्र सिंह ने कहा कि गिट्टी डालने के लिए बाहरी मजदूर परिवार सहित आये है उन्हें ठेके पर गिट्टी डालने का काम दिया गया है। उनके साथ परिवार के बच्चे भी है जो काम कर रहे है।
जबकि लोक निर्माण विभाग के सम्बन्धित सहायक अभियंता रामजीत प्रसाद ने कहा कि अगर नाबालिग बच्चो से कार्य कराया जा रहा है तो सरासर गलत है। इस बारे में ठेकेदार को नोटिस दी जायेगी।