Thursday, 19 January 2017 11:00 PM
Nawaz Shearwani
विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास ने राकेश चौधरी का ब्योरा मांगा, अधिकारी सम्पर्क करने की कर रहे हैं कोशिश
गोरखपुर, 19 जनवरी। सऊदी अरब में फंसे राकेश चौधरी की सोशल मीडिया के जरिए लगायी गई गुहार अन्ततः काम आई। सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयास से विदेश मंत्रालय उससे सम्पर्क कर उसकी परेशानियों का हल निकालने और उसे अपने वतन वापस लाने की कोशिश में जुट गया है। उम्मीद है कि वह जल्द अपने घर अपने माता-पिता व पत्नी के साथ होगा।
राकेश चौधरी महराजगंज जिले के ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के रामनगर गांव का रहने वाला है। वह 40 माह पूर्व वर्ष 2013 में परिवार की परवरिश करने के लिए सऊदी अरब कमाने गया था। उसे सउदी अरब के होम क्रियेटिव ग्रुप में मिस्त्री के बतौर काम करना था। जाने के पहले बाकायदा एग्रीमेंट हुआ था जिसमें सेवा शर्तें निर्धारित थीं लेकिन वहां उसे कुशल कामगार होने के बावजूद दिहाड़ी मजदूर के बतौर काम किया जाने लगा और निर्धारित वेतन भी नहीं मिला।
30 महीने तक काम करने के बाद उसने नियोक्ता से मुक्त करने की गुजारिश की तो बकौल राकेश चौधरी उसका शोषण शुरू हो गया। उसका वेतन रोक दिया गया और भोजन -पानी तक बंद कर दिया गया। अब वह दर दर भटक किसी तरह अपने पेट की आग बुझा रहा है।
राकेश ने सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया तो उसे नियोक्ता पर मुकदमा करने को कहा गया लेकिन दो जून की रोटी के लिए जूझ रहे राकेश के लिए संभव नहीं हुआ कि वह अपने नियोक्ता से कानूनी लड़ाई लड़ सके।
उसे सउदी अरब से वापस आने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। इसी बीच उसका सोशल मीडिया पर सामाजिक कार्यकर्ता योगेश प्रताप सिंह पिंकू से सम्पर्क हुआ। राकेश ने अपनी परेशानी एक वीडियो के जरिए योगेश प्रताप सिंह को भेज बताई । योगेश ने राकेश से पूरा ब्योरा लिया और उसकी मदद करने की कोशिश करने लगे। उन्होंने राकेश की दर्द की दास्तां को मीडिया को भी बयां किया।
गोरखपुर न्यूज लाइन ने 13 जनवरी को इस बारे में खबर प्रकाशित की। इस खबर को पढ़कर सामाजिक कार्यकर्ता एवं मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को राकेश चौधरी का वीडियो अटैच करते हुए ईमेल किया। विदेश मंत्रालय ईमेल मिलते ही सक्रिया हो गया और मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी ने ईमेल को सउदी अरब के रियाद स्थित भारतीय दूतावास को भेज दिया। शाम होते-होते भारतीय दूतावास ने राजेश मणि से राकेश चैधरी का कान्टैक्ट नम्बर और पासपोर्ट का ब्योरा मांगा। यह ब्यौरा योगेश प्रताप सिंह के पास उपलब्ध था जिसे राजेश मणि के जरिए भारतीय दूतावास को भेज दिया गया।
विदेश मंत्रालय की सक्रियता से उम्मीद है कि राकेश चौधरी की परेशानियां हल हो जाएंगी और वह वतन वापस लौट सकेगा।