Wednesday, 11 April 2018 4:45 pm
Sadique Shaikh
सिद्धार्थनगर कार्यालय। उप्र0 75 जिले तथा 22 करोड़ आबादी का प्रदेश है। अगर यह देश होता तो विश्व में पांचवा छठवा नं0 का देश होता है। आप लोगों ने जो सम्मान और स्वागत किया है मैं इसे आशीर्वाद के रूप में स्वीकार करता हूं। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे लाने से ही रामराज्य की स्थापना हो सकती है। उक्त बातें महा0 ज्योतिबाफूले के जन्मदिन पर आयोजित समता दिवस के रूप में मना रहे जयंती के अवसर पर उप्र0 के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होने महात्मा ज्योतिबाफूले के व्यक्तित्व और कृत्तित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि उनका जन्म 1827 में महाराष्ट्र के खानबाई गांव में एक माली परिवार में हुआ था। तथा 63 साल तक शिक्षा की अलख जगाते हुए उनका देहावसान हआ। अभाव ग्रस्त होने के बावजूद भी महात्मा जी ने जो शिक्षा की लौ जलायी लड़कियों को पढ़ाने का संकल्प लिया। यही कारण है कि उन्हे महात्मा फूले ज्योतिबा के नाम से उपाधि मिली। आजादी के 70 साल बीतने के बाद भी अन्य किसी पार्टी ने उनकी चर्चा तक नही किया। उन्होने बसपा सपा पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आज बाबा साहब अम्बेडकर के नाम पर राजनीति की जा रही है। किन्तु भारतीय जनता पार्टी ने उनका विदेश से लेकर पढ़ाई शिक्षा और गांव तक में जो कार्य किया है उसे अम्बेडकर पंचतीर्थ के नाम से जाना जा रहा है। आज यही कारण है कि महात्मा ज्योतिबाफूले का देश के कोने कोने में जन्मदिन मनाया जा रहा है