Saturday, 10 November 2018 3:10 pm
चौधरी अदनान
बुलंदशहर, फैजुल हसन क़ादरी (83 वर्ष) नहीं रहे। एक सड़क हादसे के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। क़ादरी ने अपनी बेग़म से किये वायदे के मुताबिक उनकी याद में मकबरा बनवाया था जो हूबहू ताजमहल की शक्ल जैसा है। इस मकबरे की प्रसिद्धि दुनियाभर के कई देशों में है।
बुलंदशहर में डिबाई कस्बे के कसेर कलां गांव के निवासी फैजुल हसन क़ादरी पेशे से पोस्टमास्टर थे। बहुत कम उम्र में उनका निकाह तजुब्बरी बेग़म से हुआ था। बदकिस्मती से उनके कोई औलाद नहीं हुई। लेकिन अपनी बेग़म से बेपनाह मुहब्बत करने वाले फैजुल हसन कादरी ने इसके बाद भी दूसरी शादी नहीं की तजुब्बरी बेगम के इंतकाल से पहले क़ादरी ने उनसे अपनी मुहब्बत को अमर बनाने का वायदा किया था। उन्होने तजुब्बरी बेग़म से कहा था कि कुछ ऐसा करेंगे जिससे दुनिया उनकी मुहब्बत को याद रखे।
बेग़म के इंतकाल के बाद क़ादरी ने अपने घर से सटी हुई जमीन पर ताजमहल बनवाया। करीब 3 साल में ताजमहल बनकर तैयार हुआ। ताजमहल के बीचोबीच तजुब्बरी बेग़म की कब्र है। क़ादरी ने अपनी कब्र के लिये बेग़म के ठीक पास वाला हिस्सा छोड़ रखा था। क़ादरी को आज उसी कब्र में दफनाया गया।