Wednesday, 02 January 2019 9.00pm
Nawaz Shearwani
जिंदगी रसूल-ए-पाक की सुन्नतों पर चलकर गुजारें
-रेती रोड पर 'जश्न-ए-गौसुलवरा' जलसा
गोरखपुर। रेती रोड मदीना मस्जिद के पास 40वां सालाना 'जश्न-ए-गौसुलवरा' जलसा मंगलवार को हुआ। अध्यक्षता हाजी अख्तर आलम व संचालन मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही ने किया। उलेमा-ए-किराम ने हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां की सीरत का विस्तृत वर्णन किया।
जलसे में सालेहपुर के सैयद मो. तनवीर अशरफ ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि इल्म जिंदगी है, जहालत मौत है इसलिए इल्म की रौशनी से जहालत को दूर किया जाए। मुसलमानों को मौजूदा हाल से घबराने की जरूरत नहीं है। अल्लाह की रस्सी को मजबूती से पकड़ो। कुरआन में हर तरक्की का रास्ता मौजूद है। कोई भी इंसान रसूल-ए-पाक (हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) के बताए रास्ते पर चलकर दुनिया और अखिरत की कामयाबी हासिल कर सकता है। हमें कुरआन व हदीस को पढ़ने के बाद उस पर अमल भी करना चाहिए क्योंकि अमल के बगैर इल्म बेकार है। उन्होंने सभी से हर हाल में कुरआन व हदीस के मुताबिक अपनी जिंदगी गुजारने की अपील की।
बनारस से आये मौलाना शफीक अहमद ने बतौर विशिष्ट अतिथि कहा कि मुसलमानों की सही रहनुमाई के लिए कुरआन-ए-करीम के बाद सबसे कीमती विरासत रसूल-ए-पाक (हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्ल) की हदीसें हैं। मुसलमानों को चाहिए कि वह अपनी जिंदगी रसूल-ए-पाक की सुन्नतों पर चलकर गुजारें। अपने बच्चों को हाफिज-ए-कुरआन और आलिम-ए-दीन बनाएं।। दीनी पढ़ाई दुनियावी पढ़ाई से अलग नहीं है। साइंस, गणित सहित तमाम इल्म का खज़ाना हमारी दीनी किताबों में मौजूद है। बस हमें गौरोफिक्र करने की जरूरत है। अगर आपके पास इल्म होगा तो शोहरत व दौलत आपके पीछे दौड़ेगी।
विशिष्ट अतिथि मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि बच्चों को दीनी तालीम जरूर दिलाई जाए। तभी दुनिया और आखिरत बेहतर बन सकती है। औलाद को फरमाबरदार बनाएं और आला अखलाक सिखाएं।
तिलावत कारी नसीमुल्लाह ने की। नात रईस अनवर ने पेश की। अंत में सलातो सलाम पढ़कर कौमों मिल्लत के लिए दुआ की गयी। इस मौके पर हाजी अनवार आलम, अतहर आलम, मौलाना अब्दुल्लाह बरकाती, अख्तर आलम, शहनवाज आलम, फिरोज अहमद, मेराज आलम, मोअज्जम हुसैन, फैजुल हक, हाजी सुहेल अहमद, हाजी सेराज अहमद, परवेज अहमद खान, बाबू, शेरु, नूर मोहम्मद दानिश, अब्दुल कादिर आदि लोग मौजूद रहे।