Tuesday, 01 May 2018 9:19
G.A Siddiqui
निज़ाम अंसारी शोहरतगढ़
सिद्धार्थनगर01मई।भारत सरकार कि महत्वपूर्ण आवास योजना के द्वारा गरीब असहायों को जिनके घर नहीं थे या पुराने जर्जर हो चुके थे उन्हें घर देने के मकसद से साल 2016 में आवेदन माँगा गया था जिसका फाइनल अप्रूवल जनवरी 2018 में तीन राउंड कि जांच में पात्र पाए गए कुल 135 परिवारों का चयन हुवा था जिसके अंतर्गत क़स्बा शोहरतगढ़ में अब तक कुल 23 परिवार को पचास हजार रुपये प्रथम क़िस्त के तौर पर लाभार्थी को दिए गए थे लोगों ने अपने पुराने घर तोड़े और कुछ ने अपनी सहन जमीनों पर बुनियाद भर चुके हैं अब लोगों के पास न ही पैसे हैं और न ही घर अब लाभार्थी परिवार एक कहावत के तहत फिट बैठता नजर आ रहा है न घर के हुवे न घाट के दूसरी क़िस्त के लिए लोग आवास विभाग के बाबुओं के परिकर्मा कर रहे हैं सामने बारिश का महिना है और यदि दो महीने में उन्हें क़िस्त नहीं मिली तो उनका घर बन नहीं पायेगा और जो किराये पर मकान लिए है और कुछ जो रिश्तेदारों या परिचित के यहाँ महीने भर कि बात करके रह रहे थे अब उन्हें किराया चुकाने और घर न होने कि दिक्कतों से दो चार होना पड रहा है इस समबन्ध में आर्य नगर निवासी मदीना से बात करने पर पता चला कि उनको बुनियाद भराए एक महीने से जादा हो गया है अब तक दूसरी क़िस्त नहीं मिली है जिससे जिससे दीवाल और छत लग सके हमारा पांच लोगों का एक परिवार है और हम पटीदार के एक गलीनुमा छोटे से कमरे में किसी तरह रह रहे है धर्मशाला वार्ड के चिंकाओ का कहना है कि पहली क़िस्त में बुनियाद पूरा नहीं हो पा रहा था परिचितों से और पैसे जोड़कर बुनियाद डाल चूका हूँ और दूसरी क़िस्त का जल्दी से इन्तेजार है जैसे ही मेरा अपना घर बन जायेगा मेरी शादी हो जाएगी लगभग सभी लाभार्थियों का यही हाल था कि किसी तरह से दूसरी क़िस्त आ जाती तो उनका घर बन जाता बहर हाल दूसरी क़िस्त कि जानकारी के लिए आवास योजना कि देख रेख करने वाले जिम्मेदारों को जब फ़ोन लगाकर योजना से सम्बंधित जानकारी लेनी चाही तो भाई लोगों का मोबाइल नहीं लगा |