Wednesday, 29 August 2018 8:53
G.A Siddiqui
अब्दुल इजहार उर्फ़ मोनू
सिद्धार्थनगर जनपद के अंतर्गत आने वाला नेशनल हाईवे न0233 की बात कर रहे है जिसको मौत का रास्ता कहना गलत नही होग।
नेशनल हाईवे न0233 जो लुम्बनी सिद्धार्थनगर, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ होते हुए वाराणसी तक जाती है इस प्रोजेक्ट को चालू हुए लगभग तीन वर्ष से अधिक का समय हो गया है और तकरीबन सभी जनपदो में एनएच233 का कार्य लगभग 80से 90 प्रतिशत पूरा भी हो गया है मगर सिद्धार्थनगर जनपद एक एैसा जनपद है जहॉ एनएच233 का कार्य 10 प्रतिशत भी नही हुआ बल्कि जो पुराना मार्ग था उसको भी एनएच कर्मियों द्वारा नवीनीकरण के नाम पर ध्वस्थ कर दिया गया सिद्धार्थनगर एक एैसा जनपद है जो पूरी दुनिया में भगवान गौतम बुद्ध के जन्मस्थली लुम्बनी और कपिलवस्तु के कारण प्रसिद्ध है तथा हमेशा से वीआईपी जनपद रहा आज उस जनपद के हालात पर जनपदवासियो काे रोना आता है जनपद की मुख्य मार्ग जिस पर आये दिन मंञी सॉसद विधायक तथा उच्च अधिकारियों का अाना जाना लगा रहता है उस मार्ग पर हल्की सी बारिस से भी हफ्तो जलजमाव रहता है बड़े बड़े गढढो के कारण आये दिन राहगीरो को मौत का नजारा देखना पड़ता है दो पहिया वाहनो का गिरना लगा रहता है परन्तु जिम्मेदारो को इसकी प्रवाह नही है एैसे लापरवही की वजह से पहले इस मार्ग पर दुर्घटना में कई जाने जा चुकी है और इसी तरह एनएच233 का हाल रहा तो और कितनी दुर्घटनाये होगी ईश्वर ही जाने |