Saturday, 19 November 2016 10:45 PM
Nawaz Shearwani
महराजगंज: जनपद का सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग अब जी.पी.एस. से लैश हो गया है। विभागीय अधिकारी वनों की स्थिति के साथ ही बाघ राजा सहित अन्य वन्य जीवों की गतिविधियों पर भी आसानी से नज़र रख सकेंगे। इसके लिये वन विभाग ने परिसर में जी.पी.एस. सिस्टम लगवाया है। जिससे वनों की कटान और शिकार पर काफी हद तक विराम लग सकेगा।
इस वन्य जीव प्रभाग में वनकर्मियों और संसाधनों की कमी से जंगल की वास्तविक तस्वीर सामने नहीं आ पा रही थी। जिसके परिणाम स्वरूप अवैध कटान और वन्य जीवों की गतिविधियों व वन सीमा का सही आंकलन नहीं हो पा रहा था। शासन के पास वही सूचनाएं पहुँच पाती थीं, जो वन कर्मचारी बताते थे। ऐसे में जिम्मेदार शिकार के साथ ही वनों के कटान से भी अंजान रहते थे।
यहाँ बता दें कि सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग की सीमा नेपाल, बिहार से लेकर सन्तकबीर नगर तक है। सोहगीबरवां का कुल क्षेत्रफल करीब 43 हज़ार हेक्टेयर है। इस प्रभाग में निचलौल, शिवपुर, मधवलिया, उत्तरी चौक, दक्षिणी चौक, लक्ष्मीपुर, पकड़ी और बखिरा पक्षी विहार सहित आठ रेंज हैं। ऐसे में गिने चुने वनकर्मियों के भरोसे पूरे वन क्षेत्र की सटीक निगहबानी कर पाना सम्भव नहीं था। लेकिन यह काम अब जी.पी.एस. से आसान हो जायेगा।
इस सम्बन्ध में सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग के डी. एफ. ओ. ए. के. कश्यप ने बताया कि जी.पी.एस. सिस्टम को कार्यालय परिसर में स्थापित करा दिया गया है। जी. पी. एस. के माध्यम से वनक्षेत्र का सीमांकन और वनों की स्थिति का जायज़ा अब आसानी सी लिया जा सकेगा।