Tuesday, 09 October 2018 11:18
G.A Siddiqui
सिद्धार्थनगर। विवाद को लेकर प्रायः सुर्खियों में रहने वाली शिक्षण संस्थाओं का सर्वे करें तो शायद मदरसों का नाम सबसे ऊपर होगा। मदरसों पर गम्भीर आरोपों का सिलसिला रुकने का नाम नही ले रहा है, कभी मदरसा प्रबन्धक द्वारा शिक्षकों से आर्थिक शोषण तो कभी आधुनिक शिक्षकों को मदरसों से बाहर निकालने का मामला हो। विवाद को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले मदरसा से ऐसा ही मामला सामने आया है, जहाँ प्रबन्धक द्वारा पिछले12साल से सेवा दे रहे आधुनिक शिक्षकों को बाहर कर दिया, जबकि पोर्टल से इतर नाम प्रारूप में भेजा जाना नियम विरुद्ध है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विकास क्षेत्र जोगिया के ग्राम हडकौली स्थित मदरसा अरबिया सिराजुल उलूम का मामला सामने आया है, जहां प्रबन्धक ने तहतानिया अन्तर्गत पिछले 12 सालों से पढ़ा रहे दो शिक्षकों को अकारण बिना किसी सूचना के बाहर कर दिया।मुख्यमंत्री सहित जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में आधुनिक शिक्षक शिवशंकर एवं अरसद हुसेन ने आरोप लगाया है कि मदरसा प्रबन्धक द्वारा विभाग से माँगे गये प्रारूप में उनका नाम नही भेजा जा रहा है, पत्र में शिक्षक श्री हुसेन एवं शिवशंकर ने कहा है कि ऐसा कृत्य पूर्व में भी किया गया था, मगर ले देकर नाम भेजा गया था। पत्र में यह भी कहा गया है कि आये दिन जब भी विभाग द्वारा कोई प्रारूप माँगा जाता है तो इसी प्रकार प्रबन्धक द्वारा प्रारूप में नाम न भेज दूसरे का नाम भेजा जाता है। इनका कहना है कि मदरसा पोर्टल पर नाम अंकित होने के बाद भी दूसरे का नाम भेजा जाना नियम विरुद्ध है। शिक्षक श्री हुसेन एवं शिवशंकर ने मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों से न्याय के लिये गुहार लगा रहे हैं।