Sunday, 28 April 2019 10:49
G.A Siddiquiग
यूपी बोर्ड के 165 स्कूलों का परिणाम शून्य है। इनमें से 96 स्कूलों के 10वीं के सभी छात्र फेल हैं जबकि 69 स्कूल ऐसे हैं जिनका 12वीं का रिजल्ट जीरो है। 2018 की तुलना में शून्य रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले साल 150 स्कूलों का परिणाम शून्य था। हालांकि 2017 में 183 स्कूल ऐसे थे जिनका एक भी छात्र पास नहीं हो सका था।
इन आंकड़ों से सरकारी और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों की बदहाली भी सामने आई है। 165 स्कूलों में से कई राजकीय और एडेड स्कूल हैं। दु:खद पक्ष यह है कि कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 10 से भी अधिक नहीं है। ऐसे में साफ है कि इन स्कूलों के प्रति आम लोगों में रुझान नहीं है।
फिलहाल बोर्ड ऐसे विद्यालयों के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहा है और इन पर मान्यता समाप्त करने व विद्यालय बंद करने तक की कार्यवाही की जा सकती है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सूची भी बोर्ड ने तैयार कराया है और मान्यता समाप्त करने से पहले संभव है कि बच्चों से भी उनका पक्ष जाना जाये।