Thursday, 11 October 2018 2:04
G.A Siddiqui
हड़कौली प्रबंधक अब्दुल मोबीन
सिद्धार्थनगर।मदरसों में फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिये सरकार कितनी भी कोशिश क्यों न कर ले, लेकिन मदरसो में फर्जीवाड़े का सिलसिला थमने वाला नही। मदरसा संचालक शासन की मंशा को ताक पर रखकर अपनी मनमर्जी करने से बाज नही आने वाले। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ मदरसा प्रबन्धक ने आधुनिक शिक्षकों का नाम पोर्टल पर अंकित नाम से इतर अन्य नाम जमा कर मानदेय दिलाने का प्रयास किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विकास खण्ड जोगिया स्थिति ग्राम पंचायत हडकौली स्थित मदरसा अरबिया सिराजुल उलूम के प्रबन्धक ने पिछले12 साल से शिक्षण कार्य कर रहे आधुनिक शिक्षको के स्थान पर दूसरे का नाम प्रेषित कर मानदेय दिलाने का प्रयास किया है। ग़नीमत रही कि मानदेय भुगतान होने से पहले ही आधुनिक शिक्षकों को इसकी जानकारी हो गई और शिकायत कर मानदेय भुगतान पर रोक लगवाया है, हालांकि प्रबन्धक इसके बाद भी अपनी मनमानी पर आमादा है। प्रबन्धक पोर्टल पर अंकित नाम से इतर नाम प्रेषित कर शासन की मंशा को ठेंगा दिखा रहा है।
बता दे कि मदरसों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने और योजनाओं को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने पोर्टल बनाया, जिससे मदरसे से सम्बंधित सभी जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध रहे और उसके अनुसार योजना का संचालन हो, मग़र मदरसा संचालक पोर्टल को दरकिनार कर अन्य नाम प्रेषित कर मानदेय दूसरे के खाते में भुगतान कराने के प्रयास में है। हालांकि पोर्टल से इतर नाम के खाते में अगर मानदेय भुगतान होता है तो विभाग भी इसके लिए कम जिम्मेदार नही होगा।
ज्ञात हो कि आधुनिकीकरण योजना से आच्छादित मदरसा अरबिया सिराजुल उलूम हडकौली में तहतानिया अन्तर्गत दो विज्ञान शिक्षक अरसद हुसेन, शिवशंकर तैनात हैं, जो 2006 से शिक्षण कार्य कर रहे हैं, और मानदेय भी पा रहे हैं। इसी बीच विभाग द्वारा माँगे गये प्रारूप में मदरसा प्रबन्धक अब्दुल मोबीन ने प्रारूप पर जो सूचना उपलब्ध कराई उसमें किसी अन्य का नाम प्रेषित किया गया, और शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों का नाम प्रारूप में प्रेषित न कर शासन की मंशा को ठेंगा दिखा दिया। हालांकि विज्ञान शिक्षक अरसद हुसेन, शिवशंकर ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, निदेशक अल्पसंख्यक, जिलाधिकारी, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से करते हुये मानदेय दिलाने की मांग किया है।