Friday, 01 March 2019 8:28
G.A Siddiquiग
सिद्धार्थनगर, 01 मार्च। विकास क्षेत्र बर्डपुर के अन्तर्गत उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची में मनमाना एवं पक्षपात सहित भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाकर कुछ चहेते विशेष शिक्षको का नाम सूची में शामिल किए जाने से क्षेत्र के समस्त शिक्षकों के मध्य बेहद आक्रोश व्याप्त है, शिक्षको ने उत्कृष्ट शिक्षकों सहित अन्य समस्त योजनओं का लाभ योग्य एवं पात्र शिक्षक व विद्यालय को पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री कलीमुल्लाह ने जिला अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिये गए पत्र में आरोप लगाया है कि विकास क्षेत्र बर्डपुर के अन्तर्गत 100 प्राथमिक तथा 41 पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित है। परन्तु खण्ड शिक्षा अधिकारी बर्डपुर द्वारा 28 फरवरी 2019 को क्षेत्र के 14 प्राथमिक और 01 मात्र, पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक/शिक्षिकाओ सहित कुल जिन 15 उत्कृष्ट शिक्षक/शिक्षिकाओ की सूची बनायी गयी है, उसमे कतिपय विशेष उत्कृष्ट शिक्षक/शिक्षिकाओं को छोड़कर शेष ऐसे शिक्षक/शिक्षिकाओं का नाम सूची में शामिल है, जो एक संग़ठन विशेष के पदाधिकारी तथा बीआरसी में कार्यरत कर्मियों के काफी घनिष्ठ एवं मधुर सम्बन्ध रखते हैं। इस प्रकार, सम्बन्धों के आधार पर पक्षपात एवं भेदभाव की भावना के आधार पर बनायी गयी सूची से क्षेत्र के समस्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं के मध्य हताशा एवं निराशा की स्थिति उत्पन्न होने के साथ ही साथ बेहद आक्रोश व्याप्त है।
कलीमुल्लाह ने बताया कि 31 दिसम्बर 2018 को भी बीआरसी बर्डपुर द्वारा आयोजित विज्ञान एवं गणित विषयक टीएलएम व मॉडल निर्माण प्रतियोगिता में भी सभी न्याय पंचयतों के प्रतिभागी कुल 42 बच्चो में मात्र एक विशेष विद्यालय एवं शिक्षक/शिक्षिका को सभी पुरस्कार प्रदान किये जाने से प्रतिभागी अन्य बच्चों, शिक्षकों तथा विद्यलयो के मध्य तत्समय भी काफी हताशा एवं निराशा के साथ-साथ आक्रोश की स्थिति उत्पन हुई थी।
इसी तरह सम्बन्धों के आधार पर ही बीआरसी बर्डपुर द्वारा उच्चाधिकारियों को प्रेषित प्रत्येक सूचना में गलत छात्र संख्या एवं तथ्य का अंकन कर अपने करीबी शिक्षको के विद्यालयों में कम्पोजिट ग्रान्ट,खाद्यान, कंवर्जन कॉस्ट, फल की धनराशि, फर्नीचर, निःशुल्क ड्रेस, स्वेटर,अतिरिक्त कक्षा, चहारदीवारी,आदि योजनो का अधिक लाभ एवं सुविधा प्रदान करने के साथ ही साथ शिक्षक समस्याओ के निदान एवं चरित्र पंजी में चिकित्सकीय अवकाशों के अंकन में भी भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।
कलीमुल्लाह ने क्षेत्र में स्थित प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की संख्या को देखते हुए समान अनुपात में उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन, एवं योजनाओं का लाभ तथा शिक्षक समस्याओं का समाधान भेदभाव की भावना से ऊपर उठकर निष्पक्षतापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से करने की मांग की है, जिससे कि योग्य एवं कर्मठ तथा ईमानदार शिक्षक हतोत्साहित होने के बजाए उत्साहित होकर पूरे मनोयोग से विद्यालयों में अपना योगदान दे सकें।