Monday, 23 September 2019 7:19
Abdullah Siddiqui
दैनिक-विस्तार सिद्धार्थनगर। 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा में कार्यरत कर्मियों ने सोमवार को जिला जेल के सामने अपनी वाहन खड़ी कर काम ठप कर दिया। एम्बुलेंस सेवा ठप होने से मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पडा। एम्बुलेंस कर्मियों ने आरोप लगाया कि सेवा प्रदता कंपनी केवल उन्हें ही नहीं लूट रही है सरकार को भी चूना लगा रही है।
एम्बुलेंस कर्मियों ने कहा कि सेवा प्रदता कंपनी द्वारा बिना कारण के पुराने कर्मियों को निकाला जा रहा है, जो गलत है। इसी प्रकार सेवा प्रदता कंपनी ई.एम.टी द्वारा प्रशिक्षण के नाम पर 50 हजार रूपये की डीडी ली जाती है इसे तत्काल बंद किया जाये। कर्मियों ने कहा कि उनसे श्रम कानून द्वारा निर्धारित कानून के विपरीत उनसे 12 घंटें का कार्य कराया जाता है, जो कि गलत है। नियमतः कंपनी द्वारा प्रतिवर्ष 10 फीसदी वेतन बढ़ोत्तरी किया जाना चाहिए, मगर 2014 से उनके वेतन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गयी। कर्मियों ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा उनसे फर्जी केस दिखाने का दबाव डाला जाता है। इसमें साथ न देने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। उन लोगों ने हरियाणा तथा दिल्ली राज्य के अनुसार एन.आर.एच.एम के अधीन सेवा सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। एम्बुलेंस कर्मियों की हडताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी। जगह-जगह मरीज के लिए परेशान दिखे, मगर उन्हें एम्बुलेंस की सेवा नहीं मिली। मजबूर होकर कई मरीजों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पडा। प्राइवेट वाहन चालकों ने एम्बुलेंस सेवा की हडताल का जमकर फायदा उठाया और दूना पैसा लिया। प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय की देखरेख में जनपद में जीवनदायिनी 108,102 ए.एल.एस. यूनियन संघ का गठन किया गया। जिसमें अमर गुप्ता को अध्यक्ष एवं अमित सिंह को महामंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गयी। इसके अलावा वीरेन्द्र चतुर्वेदी उपाध्यक्ष, मनोज पांडेय कोषाध्यक्ष, अजय मिश्रा संगठन मंत्री, दीन दयाल यादव उप संगठन मंत्री, अजय सिंह को मीडिया प्रभारी का दायित्व सौंपा गया।
इस अवसर पर अजय सिंह, दयाशंकर वर्मा, अंकित पांडेय, ब्रजेश मिश्रा, विमल चैधरी, अविनाश उपाध्याय, अभिषेक सिंह, जितेन्द्र विश्वकर्मा, देवप्रकाश, रामप्रकाश समेत दर्जनों एम्बुलेंस कर्मियों की उपस्थिति रही।